गांव में डॉक्टर नहीं आते थे तो बेटियों ने डॉक्टर बनने का निर्णय लिया
बेहरी (हीरालाल गोस्वामी)। बागली मुख्यालय से 3 किलोमीटर दूर ग्राम बेहरी में एक दौर ऐसा भी रहा जब इस गांव में कोई भी एमबीबीएस डॉक्टर इलाज करने नहीं जाता था। मजबूरी में चिकित्सा परामर्श और स्वास्थ्य लाभ लेने के लिए इंदौर-देवास जैसे शहरों की ओर दौड़ना पड़ता था। बागली में भी मुश्किल से शासकीय अस्पताल में डॉक्टर मिलते थे। धीरे-धीरे निजी अस्पताल खुले और सुविधा आसान हो गई। उसी दौर में गांव के ही संतोष चौधरी एवं विष्णु पाटीदार ने अपनी लड़कियों को एमबीबीएस की शिक्षा देने का विचार बनाया। नतीजा सफल हुआ। संतोष चौधरी की सुपुत्री डॉक्टर पूजा चौधरी एवं विष्णु पाटीदार की सुपुत्री डॉक्टर वर्षा पाटीदार जबलपुर मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री लेकर डॉक्टर बन चुकी है। बेहरी गांव की दोनों बेटियों ने कहा कि उन्हें उनके पिता पर गर्व है जिन्होंने, उन्हें एमबीबीएस डिग्री उत्तीर्ण करने के लिए प्रेरित किया और डॉक्टर बनवाया। वह हमेशा गरीबों की मदद के लिए आगे रहेंगी, विशेषकर क्षेत्र के लोगों के लिए।