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आईआईटी धारवाड़ में पठन-पाठन का काम जुलाई 2016 में उसके ट्रांजिट परिसर में शुरू हो गया था। यह परिसर कर्नाटक उच्च न्यायालय के धारवाड़ पीठ परिसर के पास स्थित जल एवं भू प्रबंधन संस्थान (डब्ल्यूएएलएमआई) के परिसर में चल रहा था।
धारवाड़। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को धारवाड़ में स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के स्थाई परिसर का उद्घाटन किया।
आईआईटी परिसर की आधारशिला भी प्रधानमंत्री मोदी ने ही फरवरी 2019 में रखी थी।
करीब 850 करोड़ रुपये की लागत से विकसित इस परिसर में आईआईटी वर्तमान में बीटेक के चार पाठ्यक्रम, पांच साल का इंटर-डिसिप्लिनरी बीएस-एमएस पाठ्यक्रम, एमटेक और पीएचडी कराता है।
आईआईटी धारवाड़ भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा आईआईटी बंबई के मार्गदर्शन में 2016 में स्थापित राष्ट्रीय महत्व का संस्थान है।
आईआईटी धारवाड़ में पठन-पाठन का काम जुलाई 2016 में उसके ट्रांजिट परिसर में शुरू हो गया था। यह परिसर कर्नाटक उच्च न्यायालय के धारवाड़ पीठ परिसर के पास स्थित जल एवं भू प्रबंधन संस्थान (डब्ल्यूएएलएमआई) के परिसर में चल रहा था।
आईआईटी धारवाड़ का क्रमिक रूप से विकास हुआ है और फिलहाल संस्थान में 856 छात्र, 400 से ज्यादा शोध प्रकाशित करा चुके 73 संकाय सदस्य (शिक्षक), 30 करोड़ रुपये की प्रायोजित आर-एंड-डी परियोजनाएं हैं।
अधिकारियों ने बताया कि कर्नाटक सरकार द्वारा अवंटित 470 एकड़ भूमि पर आईआईटी धारवाड़ का नया स्थाई परिसर बना है।
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