नार्थ ईस्ट इंडिया की देखनी है खूबसूरती तो इन जगहों को करें एक्सप्लोर

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काजीरंगा नेशनल पार्क एक यूनेस्को वर्ल्ड हैरिटेज साइट है। यह नेशनल पार्क सबसे बड़ी भारतीय गैंडों की आबादी का घर है। 430 वर्ग किलोमीटर का यह नेशनल पार्क कई अन्य जानवरों और पक्षियों का प्रजनन स्थल भी है।

भारत के हर क्षेत्र की अपनी अलग खूबसूरती है। नार्थ ईस्ट भारत का एक ऐसा ही हिस्सा है, जो आज तक काफी हद तक अछूता है। इसकी खूबसूरती देखते ही बनती है। साथ ही, अगर आप लीक से हटकर कुछ अलग व अद्भुत अनुभव करना चाहते हैं तो ऐसे में भारत के नार्थ-ईस्ट एरिया को एक्सप्लोर करने पर विचार है। यहां पर हरी-भरी घाटियों से लेकर कल-कल बहती नदियां आपको प्रकृति के करीब होने का अहसास करवाती है। साथ ही, यहां पर आपको ट्रेकिंग रेल्स से लेकर जंगली जानवरों को उनके प्राकृतिक आवास में देखने के लिए पार्क, प्राचीन मंदिरों और बर्फ से ढकी पर्वत चोटियों आदि का भी आनंद उठा सकते हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको नार्थ ईस्ट में घूमने की कुछ बेहतरीन जगहों के बारे में बता रहे हैं-

काजीरंगा नेशनल पार्क, असम

काजीरंगा नेशनल पार्क एक यूनेस्को वर्ल्ड हैरिटेज साइट है। यह नेशनल पार्क सबसे बड़ी भारतीय गैंडों की आबादी का घर है। 430 वर्ग किलोमीटर का यह नेशनल पार्क कई अन्य जानवरों और पक्षियों का प्रजनन स्थल भी है। अगर आप यहां पर हैं तो आप एक सींग वाले गैंडे, रॉयल बंगाल टाइगर, एशियाई हाथी, हिरण आदि को देख सकते हैं।

तवांग मठ, अरुणाचल प्रदेश 

नार्थ ईस्ट की घूमने की सबसे बेहतरीन जगहों में से एक तवांग मठ को माना जाता है। अरुणाचल प्रदेश में 10,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित तवांग मठ घाटी मनमोहक दृश्य प्रस्तुत करता है। यह करीबन 450 भिक्षुओं का घर है। आप शाम के समय तवांड नदी के मनोरम दृश्य को बैठकर निहार सकते हैं। यह रात में अपनी आकाशीय सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है, और आपको पूर्णिमा की रात को इसकी यात्रा करने की योजना बनानी चाहिए।

सियांग नदी, अरुणाचल प्रदेश

अगर आपको एडवेंचर्स एक्टिविटी करना बेहद अच्छा लगता है तो ऐसे में आपको अरुणाचल प्रदेश में स्थित सियांग नदी को अवश्य देखना चाहिए। इसे ब्रह्मपुत्र नदी की एक सहायक नदी के रूप में जाना जाता है और यहां पर रिवर राफ्टिंग एक प्रमुख आकर्षण है। आपको यहां पर अक्टूबर के अंत और नवंबर की शुरुआत के दौरान घूमने के लिए जाना चाहिए।

चेरापूंजी, मेघालय

मेघालय में स्थित चेरापूंजी में सबसे अधिक वर्षा होती है और अपनी इसी विशेषता के कारण यह स्थान बेहद प्रसिद्ध है। यह छुट्टी मनाने के लिए पूर्वोत्तर भारत के सबसे अच्छे स्थलों में से एक है। अगर आप प्रकृति के करीब रहकर एक अद्भुत अनुभव प्राप्त करना चाहते हैं तो ऐसे में आपको चेरापूंजी जाना चाहिए। यहां पर घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मई तक का माना जाता है। अगर आप यहां पर हैं तो ऐसे में रूट ब्रिज के नीचे कैंपिंग या चढ़ाई करते समय आप उष्णकटिबंधीय वनस्पतियों और जीवों का आनंद ले सकते हैं। यदि आप यहां अधिक समय तक रहना चाहते हैं तो आपको चेरापूंजी में कई होमस्टे भी मिल जाएंगे।

– मिताली जैन

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