देवास। आईटीआई मैदान विकास नगर में पांच दिवसीय श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ की रविवार को संत महात्माओं के सानिध्य में यजमानों द्वारा पूर्णाहुति दी गई। पुर्णाहूति के पहले यज्ञ का महत्व बताते हुए पंचमुखी हनुमान धाम अगरोद के महंत कृष्णगोपालदासजी ने अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि जिस घर में यज्ञ होता है, वहां सकारात्मकता बनी रहती है। यज्ञ की सकारात्मक ऊर्जा से परिवारजनों में आपसी प्रेम एवं बन्धुत्व की भावना प्रगाढ़ होती है। आज समाज में एकल परिवार एवं विभाजन की समस्या बहुत बढ़ गई। जिस घर में परिवारजन यज्ञ करते हैं, उस घर में हमेशा सुख, समृद्धि, यश बना रहता है एवं आपसी प्रेम के साथ परिवारजनों के बीच बन्धुत्व भाव बना रहता है।
इस अवसर पर पंचमुखी धाम आगरोद के महंत कृष्णगोपाल दास महाराज, काशी से पधारे हरिदास महाराज, परमानंददास महाराज, वासुदेवदास महाराज, श्रीराम लखनदास, गोविंददास, रुणीजा धाम के महंत भरतदास महाराज आदि महात्माओं के सानिध्य में आयोजन हुआ। पूर्णाहुति में संत-महात्माओं सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्तों ने शामिल होकर महाप्रसादी ग्रहण की। यह जानकारी यज्ञ समिति के प्रचार प्रमुख वासुदेव परमार ने दी।
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