मां कात्यायनी के दरबार में भक्तिभाव की अनूठी छटा

– हवन-यज्ञ, तुलादान के साथ गरबे की प्रस्तुति
बेहरी (हीरालाल गोस्वामी)। शारदीय नवरात्रि पर्व पर मां कात्यायनी का दरबार आस्था और भक्ति से सराबोर है। बेहरी मुख्यालय स्थित क्षेत्र के एकमात्र कात्यायनी देवी मंदिर में प्रतिदिन हवन, यज्ञ, तुलादान और गरबा-डांडिया की प्रस्तुतियां श्रद्धालुओं को दिव्य आनंद प्रदान कर रही हैं।
प्रतिदिन अलग-अलग परिवार सपत्नीक बैठकर माता की आराधना और हवन में आहुति दे रहे हैं। शुक्रवार को गांव के वरिष्ठ दंपति ने पूरे विधि-विधान से हवन कर मां की विशेष पूजा की। मंदिर पुजारी अंतिम उपाध्याय और राजेंद्र उपाध्याय ने बताया कि प्रतिदिन शतचंडी यज्ञ में औषधीय आहुति दी जाती है, जिससे वातावरण शुद्ध और सकारात्मक ऊर्जा से परिपूर्ण हो रहा है।

मन्नत पूरी होने पर हो रहा तुलादान-
मां कात्यायनी के दरबार में श्रद्धालुओं की मन्नतें भी पूरी हो रही हैं। रतलाम से आए श्रद्धालु सानू गिरी गोस्वामी, दीपक गिरी गोस्वामी और जय गिरी गोस्वामी ने पुत्र प्राप्ति की मन्नत पूरी होने पर तुलादान कर आभार जताया। इसी प्रकार श्रद्धालु जगदीश जीराती और हेमंत दांगी ने भी मन्नत पूरी होने पर तुलादान किया। तुलादान करने वाले श्रद्धालु ही प्रसाद की व्यवस्था भी कर रहे हैं। प्रतिदिन फल-फूल और फलहारी प्रसाद माता को अर्पित कर भक्तों में वितरित किया जा रहा है।
रात्रि को डांडिया-गरबे से सजता दरबार-
मंदिर परिसर हर शाम भक्तिभाव से भरे गरबा और डांडिया नृत्य से गूंज रहा है। रात्रि 9 बजे के बाद ग्रामीण महिलाएं और नन्हीं बालिकाएं पारंपरिक परिधानों में मां के जयकारों के साथ नृत्य कर रही हैं। देर रात तक मंदिर प्रांगण में उमंग और उल्लास का वातावरण बना रहता है।
क्षेत्रभर से उमड़ रही भीड़-
मां कात्यायनी, जो मां दुर्गा के नौ रूपों में से एक हैं, के दर्शन हेतु आसपास के गांवों और अन्य जिलों से भी श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। नवरात्रि के पावन पर्व में कई परिवारों ने अपनी बहन-बेटियों को भी दर्शन के लिए बुला लिया है, जिससे गांव में मिलनसार और पारिवारिक माहौल और प्रगाढ़ हो गया है।




