धर्म-अध्यात्म

सम्मेद शिखर तीर्थ स्थल को पर्यटन स्थल बनाकर धार्मिक आस्था से खिलवाड़ करना अनुचित

  • जैन समाज ने मौन रैली निकालकर राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन, प्रतिष्ठान भी बंद रखे

बागली (हीरालाल गोस्वामी)। देशभर में सम्मेद शिखर जैन तीर्थ स्थल को पर्यटन स्थल बनाए जाने के विरोध में सकल जैन समाज द्वारा रैली, ज्ञापन और अन्य माध्यम से विरोध प्रदर्शन करके केंद्र सरकार को निर्णय बदलने के लिए कहा जा रहा है। इसी श्रृंखला में बागली नगर में भी सकल जैन समाज द्वारा शांतिपूर्वक तरीके से मौन प्रदर्शन रैली निकालकर विरोध किया गया। साथ ही अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखे।

समाज के विनय बोथरा ने बताया कि सम्मेद शिखर तीर्थ स्थल हमारी जैन समाज की भावनाओं का स्थल है, उसे पर्यटन स्थल बनाकर उन भावनाओं से खिलवाड़ नहीं किया जा सकता। हमारे 20 तीर्थंकर की यादें जुड़ी हुई हैं। उक्त स्थान से इसलिए सम्मेद शिखरजी की पवित्रता को कम करने का दुस्साहस जो किया जा रहा है वह गलत है। वैसे भी इस पवित्र स्थान पर सभी पवित्र महानुभाव आसानी से आना-जाना करते हैं। किसी को रोक-टोक नहीं है लेकिन यह हमारा व्यक्तिगत धर्म से जुड़ा मामला है इसलिए इसे पर्यटन स्थल बनाकर हम अपनी पहचान नहीं खोना चाहते। कमल बड़ौला ने भी सम्मेद शिखर के पर्यटन स्थल में परिवर्तित किए जाने वाली बात का विरोध करते हुए बताया कि भारत में गिने-चुने स्थान है, जहां पर हम हमारी जैन परंपरा का स्वतंत्रता से निर्वहन कर धार्मिक आस्था का जुड़ाव रखते हैं। हमारी नई पीढ़ी सम्मेद शिखरजी को पवित्र भगवान स्थल मानकर पूजा करती है। सभी ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देकर सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल बनाए जाने वाली योजना का पुरजोर विरोध किया। बागली जैन समाज से जीतमल बम, ज्ञानचंद बोथरा, रूपचंद नांदेचा, कमल बड़ौला, मनोज बोथरा, संदीप बम, मनोज बम, सुनील बम, राकेश बोथरा, राजेश रातड़िया, अंकित बड़ौला, मुकेश नांदेचा, जयंती नाहर, अखिल नाहर, सचिन नंदेंचा आदि शांतिपूर्वक प्रदर्शन में शामिल रहे।

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