धर्म-अध्यात्म

मां नर्मदा के तट पर भंडारे के साथ शिव पुराण कथा की पूर्णाहुति

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दादाजी परहित सेवा संस्थान ने निकाली चुनरी यात्रा, पार्थेश्वर भगवान का किया नर्मदा जल से अभिषेक

नेमावर (संतोष शर्मा)। मध्यप्रदेश की जीवन दायिनी पुण्य सलिला मां नर्मदा के नाभि तीर्थ क्षेत्र नेमावर में सावन माह के पावन अवसर पर साधक संत गुरुदेव दादा भाई के सानिध्य में अगर मालवा के करणसिंह यादव परिवार द्वारा आयोजित शिव पुराण कथा का समापन हुआ।

दादाजी परहित सेवा संस्थान आगर-मालवा, खातेगांव, भोपाल के करणसिंह यादव के साथ अंतिम दिवस बड़े ही श्रद्धाभक्ति के साथ नीति श्रीवास्तव ने मदुरई तमिलनाडु से मां नर्मदा को चुनरी अर्पित करने पहुंचाई। शिव पुराण समापन पर भगवान पार्थेश्वर की शोभायात्रा व चुनरी यात्रा आदि गौड़ ब्राह्मण समाज धर्मशाला परिसर से प्रारंभ हुई। श्रद्धा भक्ति के साथ मां नर्मदा का जयकारा करते हुए श्रद्धालु मां नर्मदा के तट पहुंचे, जहां चुनरी यात्रा के दौरान सर्वप्रथम करणसिंह यादव, सुंदरलाल यादव आगर मालवा, कथा व्यास पं. नित्यानंद शास्त्री, अमृतलाल बागबान, साहू समाज के अध्यक्ष राम नारायण साहू, संतोष पटेल, प्रदीप साहू, पंडित कृष्ण गोपाल पंचोली, पूनम बिश्नोई, सुनील अग्रवाल, सतीश सोनी सहित बडी संख्या में श्रद्धालुओं ने मां नर्मदा का अभिषेक पूजन आरती कर चुनरी मां नर्मदा को अर्पण की। सभी श्रद्धालुओं ने मां नर्मदा का पूजन अभिषेक कर मां नर्मदा के पवित्र जल में पार्थेश्वर भगवान का विसर्जन किया।

चुनरी यात्रा में बोल बम बोल बम के जयकारा के साथ यात्रा मंदिर व नर्मदा तट पहुंची, जहां समापन हुआ। शिव पुराण कथा में नेमावर नगर परिषद अध्यक्ष कृष्ण गोपाल अग्रवाल, उपाध्यक्ष राजपालसिंह तोमर, साहू समाज हरदा के कैलाशचंद साहू, महेश माली, अनुराधा जोशी, सतीश जोशी नेमावर सहित यजमान करणसिंह यादव ने व्यासपीठ का पूजन कर गुरुजनों का सम्मान किया। इस अवसर पर भंडारे में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भोजन प्रसादी ग्रहण की।

12 ज्योतिर्लिंग के दर्शन से जीवन सफल होता है-
शिव पुराण कथा का रसपान कराते हुए पं. नित्यानंद शास्त्री ने अंतिम दिवस बताया कि 12 ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने से मानव जीवन सफल होता है। जीवन में भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग स्थान पर पहुंचकर दर्शन करने से मनचाहा फल प्राप्त होता है। एकमात्र शिव ही ऐसे देवता है, जिनकी सभी आराधना करते हैं। बहुत ही शीघ्र भगवान शिव भक्तों पर प्रसन्न होकर मनचाहा फल प्रदान करते हैं। नर्मदा तट पर शिव पुराण की दिव्य कथा सुनना बहुत ही भाग्यशाली शिव भक्तों को प्राप्त होता है। मां नर्मदा के तटों पर कण-कण में शिव है।

शिव महापुराण की दिव्य कथा नर्मदा तट पर श्रवण करने से शिव की कृपा के पात्र बनते हैं। मां नर्मदा का अमृत जल इस जल से बाबा का अभिषेक पूजन मन वांछित फल प्रदान करता है। जीवन में सत्य को धारण करना नितांत आवश्यक है। सावन माह में पार्थेश्वर पूजन, शिव पूजन से हर कल्याणकारी कार्य सिद्ध होते हैं। पंच नित्यानंद शास्त्री ने कथा परिसर में उपस्थित भक्त श्रद्धालुओं को रुद्राक्ष वितरित किए।

 

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