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    जिला जेल देवास में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर हुआ विशेष आयोजन

    ByNews Desk

    Jun 21, 2025
    Yoga day
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    – 125 बंदियों ने लिया योग शिविर में हिस्सा, अधीक्षक के पुत्र ‘छोटा योगी’ रुद्रा सिंह बने आकर्षण का केंद्र

    देवास। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर शनिवार को जिला जेल देवास में एक विशेष योग शिविर का आयोजन किया गया। यह आयोजन जेल अधीक्षक हिमानी मनवारे के निर्देशन एवं जेल उप अधीक्षक अनिल दुबे के मार्गदर्शन में हुआ।

    इस अवसर पर जेल परिसर में योग का शांत और अनुशासित वातावरण नजर आया, जिसमें बंदियों सहित अधिकारियों और अतिथियों ने पूरे उत्साह से भाग लिया।

    इस योग शिविर में लगभग 125 बंदियों ने भाग लेकर न केवल विभिन्न योग क्रियाओं को अपनाया, बल्कि जीवन में अनुशासन, आत्म-संयम और स्वास्थ्य के महत्व को भी आत्मसात किया।

    कार्यक्रम की खास बात यह रही कि जेल अधीक्षक श्रीमती मनवारे के पुत्र रुद्रा सिंह, जिन्हें सब ‘छोटा योगी’ कहकर पुकारते हैं, ने भी मंच पर आकर प्रभावशाली योग क्रियाओं की प्रस्तुति दी। उनकी सहजता और लयबद्ध मुद्राएं सभी उपस्थितजनों के लिए प्रेरणास्रोत बनीं।

    योगी

    योग: जीवन से जुड़ने की कला-
    अपने संबोधन में जेल अधीक्षक श्रीमती मनवारे ने योग के मूल उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा योग शब्द संस्कृत के ‘युज’ धातु से लिया गया है, जिसका अर्थ है ‘जुड़ना’ या ‘एकत्व’। योग केवल व्यायाम नहीं, बल्कि यह शरीर, मन और आत्मा को एक सूत्र में पिरोने की कला है। यह हमें न केवल शारीरिक रूप से स्वस्थ रखता है, बल्कि मानसिक संतुलन भी प्रदान करता है।

    उन्होंने यह भी बताया कि जेल में निरुद्ध रहते हुए बंदियों के पास समय की कोई कमी नहीं होती। ऐसे में यदि वे नियमित रूप से योग करें, तो यह न केवल उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होगा, बल्कि जेल से रिहा होने के बाद वे एक नवजीवन की ओर अग्रसर हो सकेंगे।

    Yoga

    विशेष सहभागिता-
    इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से रोहित चौधरी, जिला विधिक सहायता अधिकारी भी उपस्थित रहे और उन्होंने बंदियों को योग और मानसिक स्वास्थ्य के बीच के गहरे संबंधों को समझाया। उन्होंने कहा कि योग से मानसिक तनाव कम होता है और इससे एक सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित होता है, जो पुनर्वास की प्रक्रिया को आसान बनाता है।

    साथ ही, आर्ट ऑफ लिविंग संस्था उज्जैन से सौरभ पुरोहित एवं स्मिता गोयल ने भी योग सत्र का संचालन करते हुए बंदियों को सरल और प्रभावी योगासनों की जानकारी दी। उन्होंने ध्यान और प्राणायाम के महत्व को बताते हुए कहा कि रोज़ का 30 मिनट का योग जीवन में स्थायित्व और शांति ला सकता है।

    कार्यक्रम में जेल स्टॉफ के समस्त सदस्यों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और बंदियों के साथ सामूहिक योग कर एक सकारात्मक माहौल बनाया।