– जिला आबकारी अधिकारी मंदाकिनी दीक्षित की पहल लाई बदलाव
देवास। लंबे समय से बदहाली का शिकार रहा देवास का जिला आबकारी कार्यालय अब पूरी तरह से बदला हुआ नजर आ रहा है। जर्जर दीवारें, क्षतिग्रस्त छत और मूलभूत सुविधाओं के अभाव वाला यह कार्यालय अब आधुनिक, सुव्यवस्थित और सुंदर परिसर के रूप में उभरकर सामने आया है।
इस बदलाव के पीछे हैं जिला आबकारी अधिकारी मंदाकिनी दीक्षित, जिनके सकारात्मक दृष्टिकोण और मजबूत इच्छाशक्ति ने वर्षों की उपेक्षा को पीछे छोड़कर कार्यालय को नया जीवन दिया।
पहले यह कार्यालय न सिर्फ कर्मचारियों के लिए कठिनाई का कारण था, बल्कि यहां आने वाले नागरिकों को भी कई तरह की असुविधाओं का सामना करना पड़ता था। छत कवेलू की बनी हुई थी, जो जगह-जगह से टूट रही थी, जिससे बरसात के दिनों में कार्य करना किसी चुनौती से कम नहीं था। दीवारें उखड़ी हुई थीं, बैठने की व्यवस्था बेहद खराब थी और परिसर पूरी तरह उपेक्षित नजर आता था।
लेकिन अब तस्वीर पूरी तरह से बदल चुकी है। दीवारों पर सुंदर रंगरोगन हुआ है, छत की मरम्मत कर उसे भी नया लुक दिया गया है। प्रांगण में टाइल्स और ब्लॉक्स लगाए गए हैं, जिससे परिसर में प्रवेश करते ही एक स्वच्छ और सकारात्मक वातावरण का अनुभव होता है। फर्नीचर की नई व्यवस्था से कार्यालय की कार्यप्रणाली में भी सुधार आया है।
इस बदलाव से कर्मचारियों को नई ऊर्जा और उत्साह मिला है, वहीं कार्यालय आने वाले नागरिकों को भी अब एक बेहतर अनुभव प्राप्त हो रहा है।
दिव्य सौंदर्य के साथ अब यह कार्यालय न केवल एक सरकारी भवन है, बल्कि यह इस बात का भी प्रतीक बन चुका है कि यदि नियत सही हो और नेतृत्व मजबूत, तो किसी भी जर्जर व्यवस्था को पुनर्जीवित किया जा सकता है।
जिला आबकारी अधिकारी मंदाकिनी दीक्षित का यह प्रयास न केवल विभागीय कर्मियों के लिए प्रेरणा है, बल्कि अन्य सरकारी कार्यालयों के लिए भी एक मिसाल बन सकता है।
