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    थाना खातेगांव क्षेत्र में हुई 27.50 लाख की चोरी का 30 दिन में पर्दाफाश

    ByNews Desk

    May 26, 2025
    Dewas crime news
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    लगातार 30 दिन तक पुलिस के अथक प्रयास, 50 पुलिसकर्मियों की 10 पृथक-पृथक टीमों ने 2 राज्यों के 6 जिलों में 15 स्थानों पर दी दबिश

    • 190 किमी के मार्ग पर लगे 450 सीसीटीवी फुटेज चेक किए

    • रैकी कर चोरी की वारदात को दिया था अंजाम, पूर्व में भी आरोपियों पर पंजीबद्ध है दर्जनों अपराध

    देवास। खातेगांव थाना क्षेत्र में हुई 27.50 लाख रुपए की सुनियोजित चोरी की गुत्थी को देवास पुलिस ने 30 दिन की अथक मेहनत के बाद सुलझा लिया है। दो राज्यों के छह जिलों में दबिश दी गई। 450 सीसीटीवी फुटेज की जांच और 50 से ज्यादा पुलिसकर्मियों की मेहनत रंग लाई। पुलिस ने रैकी कर वारदात को अंजाम देने वाले दो शातिर चोरों को गिरफ्तार कर पूरा माल बरामद कर लिया है। पुलिस टीम के प्रयासों व पूरे घटनाक्रम की जानकारी एसपी पुनीत गेहलोद ने प्रेसवार्ता में दी।

    25 अप्रैल को फरियादी अनुज पिता कमल प्रसाद सोनी निवासी सराफा चौक बकतरा थाना शाहगंज जिला सीहोर ने अपने मित्र हर्षल सोनी के साथ थाना खातेगांव आकर रिपोर्ट दर्ज करवाई, कि मैं बालाजी ज्वेलर्स के नाम बकतरा में दुकान संचालित करता हूं। मेरे मित्र हर्षल की वैष्णवी ज्वेलर्स के नाम से सराफा चौक बकतरा में दुकान है।

    हम दोनों करीब दो साल से जेएल मालवीय बस जो, कि बरेली से इंदौर चलती है, के ड्राइवर बबलू कुशवाह के माध्यम से सोने-चांदी के आभूषण रिपेयर करने एवं नए आभूषण तैयार कराने के लिए इंदौर के व्यापारियों एवं कारीगरों के पास भेजते हैं। हर बार की तरह 24 अप्रैल को भी हमने रिपेयरिंग वाले सोने के आभूषण (गला हुआ सोना) कीमत करीब 24.10 लाख रुपए एवं नगदी 3.40 लाख रुपए अलग-अलग पैकेट में रखकर मालवीय बस में बकतरा से इंदौर जाने के लिए रखे थे, जो अगले दिन सुबह 8 बजे इंदौर में व्यापारी को प्राप्त करना थे। अगले दिन 25 अप्रैल को सुबह करीब 8 बजे व्यापारी ने फोन कर बताया कि पार्सल बस में नहीं है।

    ड्रायवर से बात करने पर ज्ञात हुआ कि बरेली से इंदौर जाने के लिए दो व्यक्ति बस में बैठे थे। जब बस रात करीब 2:15 बजे जायसवाल ढाबा खातेगांव पर रूकी तो उक्त दोनों व्यक्ति वही उतर गए। दोनों व्यक्तियों पर पार्सल चोरी करने की शंका है। घटना की सूचना मिलते ही तत्काल थाना प्रभारी खातेगांव विक्रांत झांझोट घटनास्थल पहुंचे एवं सीसीटीवी फुटेज चेक किए, जिसमें ड्राइवर द्वारा बताए गए व्यक्तियों द्वारा बार-बार बस में चढ़ना-उतरना एवं झोले में कुछ ले जाना कैद हुआ। फरियादी की रिपोर्ट पर से थाना खातेगांव में धारा 303(2) बीएनएस का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

    उक्त घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक देवास पुनीत गेहलोद ने अज्ञात आरोपियों की गिरफ्तारी कर चोरी में गया माल बरामद करने हेतु निर्देशित किया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सौम्या जैन के मार्गदर्शन में अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) कन्नौद आदित्य तिवारी के निर्देशन में थाना प्रभारी खातेगांव विक्रांत झांझोट के नेतृत्व में 4 विशेष पुलिस टीमों का गठन किया गया।

    गठित टीमों द्वारा तकनीकी व भौतिक साक्ष्य एवं मुखबिर तंत्र सक्रिय कर बरेली जिला रायसेन से खातेगांव करीब 190 किमी की दूरी के लगभग 450 सीसीटीवी फुटेज चेक कर प्राप्त संदिग्धों की फुटेज भी देवास पुलिस द्वारा व्हाट्सएप क्म्युनिटी ग्रुप एवं सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर किए। तकनीकी साक्ष्यों एवं विश्वसनीय मुखबिर की सूचना पर संदिग्ध मंगल उर्फ मंगू को पुलिस अभिरक्षा में लेकर प्रारंभिक पूछताछ की गई।

    उसने अपने साथी राजा पिता आजाद सिंह के साथ मिलकर रैकी कर 24 अप्रैल को बरेली बस स्टैंड से इन्दौर के लिए बस में बैठना एवं बकतरा में व्यापारी के द्वारा सोने का पार्सल रखने पर खातेगांव में बस स्टॉप के दौरान बैग चोरी करना स्वीकार किया। आरोपी मंगल के साथी राजा पिता आजाद सिंह को गिरफ्तार कर चोरी गए (सोने के आभूषण एवं नगदी) को जब्त किया।

    जब्त सामग्री- सोने के आभूषण कीमत लगभग 24 लाख 10 हजार रुपए, नगदी 3 लाख 40 हजार कुल 27 लाख 50 हजार रुपए।

    गिरफ्तार आरोपियों के नाम-
    मंगल उर्फ मंगू पिता बादामीलाल कुचबंदिया निवासी वार्ड क्रमांक 1 टंकी मोहल्ला हरदा हाल नीलम कॉलोनी जहांगीराबाद भोपाल एवं आजाद सिंह कुचबंदिया निवासी कुम्हारपुरा ठाठीपुर जिला ग्वालियर हाल भानपुर झुग्गी बस्ती भोपाल।

    सराहनीय कार्य-

    थाना प्रभारी खातेगांव विक्रांत झांझोट, उनि नरेन्द्र सिंह ठाकुर, प्रआर जितेन्द्रसिंह तोमर, यतीश तिवारी, रविन्द्रसिंह तोमर, ओमप्रकाश पाटील, एसएएफ आर आनन्द जाट, सैनिक मनीष बाथोले एवं साइबर सेल टीम प्रआर सचिन चौहान, शिव प्रताप सेंगर, आर मोनू राणावत का सराहनीय योगदान रहा।