धर्म-अध्यात्म

गुरु अंधकारमय जीवन को प्रकाशमान बना देता है- भागवताचार्य पं. अजय शास्त्री

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– श्रीमद् भागवत कथा एवं प्राण प्रतिष्ठा महायज्ञ का कलश यात्रा के साथ हुआ शुभारंभ

देवास। राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित आवलिया पिपलिया में 8 मई तक आयोजित किए जा रहे श्री खाटू श्याम, बालाजी व शिव परिवार प्राण प्रतिष्ठा महायज्ञ एवं सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का कलश यात्रा के साथ शुभारंभ हुआ।

कथा शुभारंभ के पूर्व समाजसेवी बाबूलाल शर्मा के नेतृत्व में खाटू श्याम बाबा को बैंडबाजे, बग्घी के साथ कलशयात्रा निकालकर नगर भ्रमण कराया गया। महिलाएं सिर पर कलश धारण कर शामिल हुईं। कलश यात्रा नगर भ्रमण करते हुए कथा स्थल खाटू धाम पहुंची। कलश यात्रा का जगह-जगह नागरिकों द्वारा पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया।

व्यासपीठ से भागवताचार्य पं. अजय शास्त्री सिया वाले ने राजा परीक्षित के महात्म का व्याख्या पूर्ण वर्णन करते हुए कहा कि भक्ति, ज्ञान, वैराग्य की मूर्छा को दूर करने के लिए नारदजी वृंदावन जाते हैं। वृंदावन जाने के बाद में भक्ति, ज्ञान, वैराग्य की मूर्छा दूर करते हैं। भक्ति, ज्ञान और वैराग्य को जागृत करने के लिए जीवन में गुरु की जरूरत होती है।

Ajay shastri

मानव जब अंधकारमय स्थिति से गुजरता है, तो गुरु उसे अपने ज्ञान के प्रकाश से उसके अंधकारमय जीवन को प्रकाशवान बना देता है। जीवन में गुरु और सत्संग का बड़ा महत्व है।

उन्होंने आगे कहा कि अगर सत्य की संगति करोंगे तो जिस प्रकार राजा परीक्षित को सर्प के काटने के बाद भी मोक्ष की प्राप्ति हुई, वैसे ही मोक्ष प्राप्त हो जाता है। 8 मई को प्राणप्रतिष्ठा व पूर्णाहुति होगी। महाप्रसादी का वितरण बाबूलाल शर्मा के द्वारा होगा।

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