देवास। तहसील क्षेत्र के ग्राम छोटी चुरलाई में 25 अप्रैल को परंपरागत गांव गेर माता पूजन का आयोजन किया जाएगा। इस धार्मिक अनुष्ठान को लेकर पूरे गांव में उल्लास और श्रद्धा का वातावरण बना हुआ है। हर घर में मेहमानों की रौनक है और गांव की गलियां धार्मिक रंग में रंगी हुई हैं।
गांव में पिछले कई दिनों से इस आयोजन की तैयारियां जोर-शोर से चल रही थीं। घर-घर में साफ-सफाई, सजावट और मेहमानों के स्वागत के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। इस आयोजन की विशेष बात यह है कि इसमें गांव के हर वर्ग और आयु के लोग सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं।
कलश यात्रा बनी आकर्षण का केंद्र-
आयोजन से एक दिन पूर्व, गुरुवार को कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा में बड़ी संख्या में माता-बहनों ने पारंपरिक परिधान पहनकर सिर पर कलश धारण किए और भजन-कीर्तन करते हुए मां के जयघोष के साथ यात्रा में भाग लिया।
कलश यात्रा का शुभारंभ गोया से हुआ और यह विभिन्न मार्गों से होते हुए माता मंदिर पहुंची, जहां सभी ने विधिवत पूजा-अर्चना की। यात्रा के दौरान ग्रामीणों ने जगह-जगह स्वागत कर श्रद्धालुओं को जल और प्रसाद वितरण किया।
पूजन और भंडारे की तैयारी-
शुक्रवार सुबह मुख्य माता पूजन कार्यक्रम होगा, जिसमें गांव के साथ-साथ आसपास के क्षेत्रों से भी श्रद्धालु सम्मिलित होंगे। पूजन के पश्चात भंडारे का आयोजन किया जाएगा, जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है।
मध्यप्रदेश शासन से सम्मानित युवा कृषक धर्मेंद्रसिंह राजपूत ने जानकारी दी, कि गांव में इस बार एक हजार से अधिक मेहमान आए हैं। सभी ग्रामीणों ने अपने-अपने घरों को सजाया है। गांव गेर माता पूजन जैसे आयोजन ग्रामीण सांस्कृतिक परंपराओं को जीवित रखने और नई पीढ़ी को उससे जोड़ने का कार्य कर रहे हैं।