भमौरी। ग्राम करोदिया में आयोजित सार्वजनिक श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन कथा वाचक पूजा शर्मा पुंजापुरा ने श्रद्धालुओं को दिव्य कथामृत का रसपान कराया। उन्होंने कपिल अवतार, वराह अवतार तथा भगवान शंकर-पार्वती विवाह के पावन प्रसंगों का विस्तृत वर्णन किया।
उन्होंने कहा कि कलियुग में श्रीमद् भागवत कथा ही मंगल प्रदान करती है। इसके श्रवण से हृदय रोग सहित अनेक असाध्य बीमारियों का नाश होता है और भक्तों को मानसिक शांति व आध्यात्मिक आनंद की प्राप्ति होती है। कथा सुनने से मनुष्य की समस्त व्यथाएं दूर हो जाती है और जीवन में सकारात्मकता का संचार होता है।
भगवान शंकर-पार्वती विवाह की झांकी-
आज कथा में भगवान शंकर और माता पार्वती के विवाह का सजीव मंचन किया गया। भगवान शंकर का रूप तनीश जाट एवं माता पार्वती का रूप स्नेहा जाट ने धारण किया। विवाह झांकी में धार्मिक परंपराओं के अनुरूप मंत्रोच्चारण और वैदिक रीति-रिवाजों का पालन किया गया, जिससे समस्त श्रद्धालु भाव-विभोर हो उठे।
आरती के दौरान मुख्य यजमान रामनायण सेगवा, मोहन सेगवा, संतोष चोपड़ा सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे। कथा में ग्राम एवं आसपास के सैकड़ों श्रद्धालुओं ने सहभागिता की और भागवत कथा श्रवण का पुण्य अर्जित किया।