देवास। अंतरराष्ट्रीय आध्यात्मिक गुरु पं. जितेंद्र महाराज ने मोती बंगला स्थित प्रताप गार्डन में व्यास परिवार द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन प्रेरणादायक विचार व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि संसार के मोह और माया से ऊपर उठकर यदि मन से कथा सुनी जाए, तो ठाकुरजी अवश्य कृपा करते हैं। कथा रूपी ज्ञान गंगा दुखों का नाश करने वाली है। मकर संक्रांति के पावन अवसर पर उन्होंने ठाकुरजी को साक्षी मानकर कहा कि जो भी श्रद्धालु मन से कथा श्रवण करेगा, उसकी इच्छाएं सात दिनों में पूर्ण होंगी।
पं. जितेंद्र महाराज ने कहा कि इस ज्ञान यज्ञ में आहुति देने वही व्यक्ति आता है, जिसने पुण्य किए हैं। जो भागवत कथा नहीं सुनता, उसका जीवन व्यर्थ है। कथा के माध्यम से उन्होंने बताया कि जैसे द्रोपदी ने अपने भाई को याद कर अपनी लाज बचाई, वैसे ही हर बहन का भाई उसके संकटों में सहारा होता है।
कथा के दौरान पं. जितेंद्र महाराज ने सवा करोड़ हनुमान चालीसा विभिन्न कॉलेजों और अस्पतालों में बांटने का संकल्प लिया। उन्होंने “हो मीरा प्रेम दीवानी हो, मीरा कृष्ण दीवानी” की भावपूर्ण प्रस्तुति से श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने मीरा जैसी भक्ति का मार्गदर्शन दिया और भक्ति में समर्पण का महत्व समझाया।
इस अवसर पर आयोजक मंडल के विनोदिनी रमेश व्यास, अनिल सिकरवार, कैलाश डागा, अमित तिवारी, परमानंद द्विवेदी, दिनेश भूतड़ा, प्रकाश भूतड़ा, संतोष दुबे, रोहित उपाध्याय सहित अनेक धर्म प्रेमियों ने व्यास पीठ की पूजा-अर्चना व महाआरती कर महाराज का स्वागत किया। सैकड़ों श्रद्धालुओं ने कथा का श्रवण कर पुण्य लाभ लिया।
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