अभियान में देवास जिले के सभी 1661 शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूलों में विद्यार्थियों को मिल रही है डिजिटल शिक्षा
देवास। जिले में जन सहयोग से चलाए गए ‘’मेरा स्कूल-स्मार्ट स्कूल’’ के लिए जिले को नई दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर “स्कॉच सिल्वर अवार्ड-2024’’ मिला है।
अभियान का मुख्य उद्देश्य जहां एक ओर प्राइवेट स्कूल और शासकीय स्कूल के बीच के अंतर को कम करना है, वहीं दूसरी ओर ऑडियो विजुअल माध्यम द्वारा करवाई गई पढ़ाई के माध्यम से बच्चों की रुचि बढ़ाते हुए अटेंडेंस की वृद्धि करना भी है।
शासकीय स्कूलों में भी प्राइवेट स्कूलों की तरह पढ़ाई की विजुअल क्लासेस के माध्यम से सुविधा मिले, इसलिए जिले में अभियान चलाया गया।
जिले में कलेक्टर ऋषव गुप्ता के मार्गदर्शन में डिजिटल शिक्षा की दृष्टि से चलाए गए ‘’मेरा स्कूल-स्मार्ट स्कूल’’ अभियान अंतर्गत जिले में संचालित समस्त 1661 शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूलों में अध्यनरत छात्रों को डिजिटल शिक्षा से जोड़ने के लिए सभी स्कूलों में क्राउड फण्डिग एवं सीएसआर की मदद से 40 इंच की स्मार्ट टीवी लगाए गए हैं। देवास के उद्योगों के सहयोग से इस अभियान की शुरुआत हुई थी। सन फार्मा एवं बेयरलाकर जैसे उद्योगों की मदद से प्रथम स्मार्ट क्लास रूम बनाए गए थे। धीरे-धीरे इस अभियान ने जन अभियान का रूप लिया और दानदाता स्वेच्छा से आगे आकर स्कूलों में स्मार्ट टीवी देने लगे। गैर सरकारी संगठनों जैसे लायंस क्लब, रोटरी क्लब इत्यादि का भी महत्वपूर्ण योगदान मिला। विशेष रूप से बैंक नोट प्रेस, देवास की मदद से 100 स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम बनाए गए।
उल्लेखनीय है, कि इस अभियान में ग्रामीण, पंचों और सरपंचों ने भी अपने-अपने क्षेत्र के स्कूलों में विद्यार्थियों को आधुनिक तरीके से शिक्षा दिलवाने के उद्देश्य से स्मार्ट टीवी दान में दिए।
‘’मेरा स्कूल-स्मार्ट स्कूल’’ अभियान की शुरूआत 14 फरवरी 2023 को विकास यात्रा के दौरान हुई थी। अभियान के लोगो का विमोचन देवास विधानसभा की विधायक गायत्री राजे पवार द्वारा किया गया था। सम्पूर्ण अभियान सीएसआर/सीईआर एवं जन सहयोग की मदद से संचालित किया गया था।
अभियान को सफल बनाने के लिए डाइट देवास में जिले से चयनित शिक्षकों के माध्यम से ई-कन्टेंट विकसित किए गए। ई-कन्टेंट में कक्षा 1 से लेकर 8वीं तक के पाठयक्रम को जोड़ा गया, जिसमें कक्षा वार, विषय वार एवं पाठ वार पाठ्यक्रम तैयार किया गया। साथ ही शिक्षकगण कैसे इस ई-कन्टेंट का उपयोग करेंगे, इसके लिए समस्त विकासखण्ड स्तर पर प्रत्येक स्कूल से एक-एक शिक्षक को प्रशिक्षण भी दिया गया, जिसके फलस्वरूप शिक्षक उचित माध्यम से विद्यार्थियों को पढ़ा सकें।
स्मार्ट कक्षा की सुरक्षा को लेकर पंचायत एवं शाला प्रबंध समिति के माध्यम से स्मार्ट क्लासरूम के दरवाजों पर डबल लॉक लगवाए गए एवं बरसात के पानी से बचाव के लिए व्यवस्थाएं भी की गई। साथ ही वोल्टेज के उतार चढ़ाव से बचने के लिए स्मार्ट क्लासरूम में स्टेबलाइजर भी लगवाए गए।
स्मार्ट क्लासरूम के माध्यम से जहां एक ओर एक लाख से अधिक बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि बढ़ी, वहीं दूसरी ओर शिक्षकों को मुश्किल कॉन्सेप्ट पढ़ाने में वीडियो लेक्चर के माध्यम से मदद मिली। मुस्कान ड्रीम्स जैसे एनजीओ की मदद भी ली गई जिससे, कि पाठ्यक्रम और बेहतर बन सके।
देवास कलेक्टर श्री गुप्ता ने बताया, कि देवास के सभी जनप्रतिनिधियों के माध्यम से इस अभियान को गति मिली जिससे सभी स्कूलों में स्मार्ट क्लास रूम लग सके।मुख्य विशेषता यह है कि यह अभियान संपूर्ण रूप से जन भागीदारी से चलाया गया तथा इसमें सरकारी खर्च नहीं किया गया।
उल्लेखनीय है, कि प्रत्येक वर्ष स्कॉच ग्रुप के माध्यम से देशभर के नवाचारों का चयन किया जाता है, जिनमें से सर्वश्रेष्ठ नवाचारों को दिल्ली में सम्मानित किया जाता है। देवास जिले से प्राचार्य डाइट डॉ. राजेन्द्र सक्सेना ने नई दिल्ली में उपस्थित होकर ‘’स्कॉच सिल्वर अवार्ड-2024’’ प्राप्त किया।
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