मौसम में बदलाव से बढ़ी सर्दी-जुकाम और वायरल बुखार की समस्या


बेहरी (हीरालाल गोस्वामी)। मौसम में अचानक बदलाव और मावठा गिरने से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। ठंड और वातावरण में बढ़ी उमस के कारण सर्दी-जुकाम और वायरल बुखार के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
पिछले तीन-चार दिनों से मौसम में लगातार बदलाव देखा जा रहा है। मावठा गिरने और ठंडी हवाओं के कारण तापमान में गिरावट आई है। वहीं, दिन के समय हल्की धूप के बावजूद वातावरण में उमस बनी हुई है। विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसी स्थिति में वायरस तेजी से सक्रिय हो जाते हैं, जिससे सर्दी-जुकाम और बुखार की शिकायतें बढ़ जाती हैं।
अस्पतालों में बढ़ा मरीजों का दबाव-
सरकारी और निजी अस्पतालों में इन दिनों सर्दी-जुकाम, गले में खराश, खांसी और वायरल बुखार के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। डॉक्टरों का कहना है कि बदलते मौसम में रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, जिससे लोग आसानी से बीमार पड़ सकते हैं। बच्चों और बुजुर्गों में इन बीमारियों का असर ज्यादा देखा जा रहा है।
विशेषज्ञों की सलाह-
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि मौसमी बीमारियों के मामले में इस तरह की समस्या सामान्य है, लेकिन लोगों को खास एहतियात बरतने की जरूरत है। डॉक्टरों ने सलाह दी है, कि लोग खुद को ठंड से बचाने के लिए पर्याप्त गर्म कपड़े पहनें और गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें।
मौसम विभाग-
मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में ठंड और बढ़ सकती है। बारिश की संभावना भी जताई जा रही है, जिससे ठंड के और अधिक बढ़ने का अनुमान है। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी गई है।
बदलते मौसम में सावधानी बरतकर और सतर्क रहकर बीमारियों से बचा जा सकता है। इसके लिए जरूरी है कि लोग स्वास्थ्य से जुड़े दिशा-निर्देशों का पालन करें और किसी भी समस्या के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।



