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सेवा के कार्य हमें ईश्वर से जोड़ते हैं- रामेश्वर जलोदिया

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  • मां चामुंडा सेवा समिति ने किया मीसाबंदी पाठक का सम्मान

देवास। निस्वार्थ भाव से किया गया सेवा का कार्य हमें ईश्वर से जोड़ता है।दीन-दुखियों की सेवा से परमात्मा प्रसन्न होते हैं। सेवा के ये कार्य मन को भी सुकून देते हैं। यह विचार मां चामुंडा सेवा समिति के संयोजक रामेश्वर जलोदिया ने समिति द्वारा मीसाबंदी शिवनारायण पाठक के सम्मान के अवसर पर व्यक्त किए।

मंडी धर्मशाला में आयोजित कार्यक्रम में मीसाबंदी पाठक का समिति के सदस्यों ने शाल-श्रीफल से एवं हार पहनाकर से सम्मान किया। जलोदिया ने बताया कि मीसाबंदी पाठक सेवा के कार्यों में अग्रणी रहते हैं। नवरात्रि में नौ दिनों तक भंडारे में वे भी सेवा कार्य करते हैं। ऐसे सेवाभावी व्यक्तित्व का सम्मान करते हुए हम स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। मीसाबंदी पाठक ने कहा कि हम सामाजिक रूप से एक-दूसरे से जुड़े हैं। अगर किसी को कोई तकलीफ है तो हमारा सामाजिक दायित्व उसकी मदद करना है। सेवा का भाव हृदय में उत्पन्न होता है और जब हम सेवा करते हैं तो मन में प्रसन्नता के भाव जाग्रत होते हैं। इस अवसर पर समिति के नरेंद्रकुमार मिश्रा, इंदरसिंह गौड़, उम्मेदसिंह राठौर, शशिकांत गुप्ता, बीडी रावल, सुरेंद्रसिंह तोमर, रमेश पांचाल, मुरलीधर पांचाल, राधेश्याम बोडाना, मूलचंद चौधरी, कमल चौहान, वीरेंद्र रघुवंशी आदि उपस्थित थे।

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