नेमावर में बाढ़ से राहत, प्रशासन व आमजन ने ली राहत की सांस

– बाढ़ का पानी धीरे-धीरे उतार पर, सहायक नदियों में भी जल बहाव सामान्य
नेमावर (संतोष शर्मा)। नर्मदा के ऊपरी क्षेत्र में रविवार-सोमवार से लगातार हो रही बारिश के चलते नर्मदा नदी के साथ उसकी सहायक नदियों में बाढ़ आ गई थी। इससे नर्मदा नेमावर में खतरे के निशान 885 फीट से करीब 6 फीट ऊपर बह रही थी। नर्मदा का बेकवाटर नगर की निचली बस्ती हनुमान टेकरा के आवासीय क्षेत्र में भरने लगा था। नगर के तीन वार्ड 13,14,15 के निवासियों का बाढ़ के कारण नगर से संपर्क अवरूद्ध हो गया था। दो दिन तक इन वार्डों के लोगों ने नाव से आनाजाना किया। नगर परिषद अध्यक्ष कृष्णगोपाल अग्रवाल, सीएमओ बलीराम मंडलोई व थाना प्रभारी आरआर वास्कले ने अपनी टीम के साथ बाढ़ से बचाव हेतु आमजन के लिए स्कूल परिसर, धर्मशाला आदि में आपात स्थिति में लोगों को ठहराने के लिए प्रबंध कर लिए थे, परंतु सोमवार देर रात्रि से बारिश रुक गई। इससे नर्मदा का जल स्तर थम गया। वही सहायक नदियों में भी जल बहाव सामान्य होने लगा। अगस्त माह में यह दूसरी बार हुआ कि जब बाढ़ से पहले बारिश थम गई और निचली बस्ती में रहने वाले लोगों ने राहत की सांस ली। समाचार लिखे जाने तक खतरे के निशान से बाढ़ का पानी ऊपर ही चल रहा है। बाढ़ के पानी उतरने की रफ्तार काफी धीमी है। अभी शासन-प्रशासन चौकन्ना बना हुआ है। उल्लेखनीय है कि पिछले 10 दिनों में यह दूसरा मौका था, जब नेमावर में नर्मदा खतरे के निशान को पार कर गई। हालांकि दोनों बार ही बारिश थमने से नदी के पानी ने बाढ़ का रूप नहीं लिया। हालांकि निचली बस्तियों में जरूर बारिश से परेशानी हुई। वहां पानी भरने से लोगों को नाव से नगर आनाजाना पड़ा। प्रशासन भी इस दौरान सजग रहा और नागरिकों को किसी तरह की परेशानी नहीं आने दी।



