देवास। कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने सिंहस्थ-2028 के लिए सेल्फ ऑफ प्रोजेक्ट, कार्ययोजना निर्माण एवं क्रियान्वयन के लिए क्षिप्रा शुद्धिकरण तथा उसके सहयोगी नदी/नालों पर रिज टू वेली कॉन्सेप्ट अनुसार किनारे पर स्थित ग्रामीण क्षेत्रों में तरल एवं ठोस अपशिष्ट प्रबंधन एवं जल एवं मृदा संरक्षण की गतिविधियों के निष्पादन के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर दलों का गठन किया है।
दल में ग्राम पंचायत सचिव, रोजगार सहायक, पटवारी, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, वन रक्षक-बीटगार्ड तथा ग्राम में निवासरत शिक्षक को शामिल किया है।
गठित दलों को निर्देश दिए हैं, कि घरों से निकलने वाले जल के प्रबंधन के लिए घरेलू स्तर पर लीचपिट/सोकपिट निर्माण एवं सामुदायिक स्तर पर लीचपिट/सोकपिट, नाली निर्माण, वृहद संरचना जैसे वेल फिल्टर, DEWAS BIO FILTER, STP का निर्माण कार्य ग्राम पंचायत एजेंसी के माध्यम से किया जाएं।
घरों से निकलने वाले ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए नाडेप निर्माण, कम्पोस्ट पिट निर्माण एवं सामुदायिक स्तर पर कचरा वाहन, सार्वजनिक कचरा पेटी, वृहद संरचना जैसे सेग्रीग्रेशन शेड निर्माण कार्य ग्राम पंचायत ऐजेंसी के माध्यम से किया जाएं।
क्षिप्रा नदी के कैचमेंट में आने वाले ग्रामों में मृदा संरक्षण एवं संवर्धन हेतु पहाड़ियों पर स्टेगर्ड कंटूर ट्रेप, सीसीटी, बोल्डर चेक, गली प्लग एवं वृक्षारोपण कार्य ग्राम पंचायत ऐजेंसी के माध्यम से किया जाएं।
क्षिप्रा नदी के कैचमेंट में आने वाले ग्रामों में जल संरक्षण एवं संवर्धन के लिए नदी नालों पर परकोलेशन टैंक, खेत तालाब, डायवर्शन ट्रेन, भूमिगत डाईक, रिचार्ज सॉफ्ट, वॉक्स ट्रेच, चेकडेम, स्टाप डेम, निस्तारी तालाब, बोरी बंधान, निर्माण कार्य ग्राम पंचायत ऐजेंसी के माध्यम से किया जाएं। रासायनिक कीट प्रबंधक के स्थान पर जैविक गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाएं।
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