धर्म-अध्यात्म

देश की 65 प्रतिशत युवा शक्ति को संवार लिया जाए तो भारत विश्वगुरु निश्चित- अखिल विश्व गायत्री परिवार

– गायत्री परिवार की शासकीय पॉलिटेक्निकल कॉलेज में हुई व्यक्तित्व परिष्कार कार्यशाला

देवास। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में देशभर में बड़े उत्साह और उमंग के साथ युवाओं को व्यक्तित्व परिष्कार हेतु निरंतर कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में देवास शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज राजोदा में भी गायत्री परिवार शाखा देवास द्वारा व्यक्तित्व परिष्कार कार्यशाला संपन्न हुई, जिसमें छात्रों ने नशा मुक्ति का संकल्प लिया।
गायत्री परिवार के मीडिया प्रभारी विक्रमसिंह चौधरी ने बताया कि युवा प्रकोष्ठ देवास द्वारा निरंतर स्कूल कालेजों में नशा मुक्ति हेतु सेमिनार आयोजित किए जाते हैं। इसी कड़ी में शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज राजोदा देवास में भी यह कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें छात्रों द्वारा नशा मुक्ति हेतु संकल्प लिया गया। व्यक्तित्व विकास कार्यशाला आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में श्रीकृष्ण शर्मा इंदौर, जिला समन्वयक महेश आचार्य, प्राचार्य डॉ. सोनिया भाटी, विशेष अतिथि मीरा दुबे, जिला युवा समन्वयक प्रमोद निहाले थे।
कार्यशाला में मुख्य अतिथि श्रीकृष्ण शर्मा ने कहा कि आज युवा भटके हुए हैं, उन्हें सही दिशा मिल जाए तो बड़ा काम कर सकते है। 65 प्रतिशत आबादी आज युवा की हमारे देश में है, जो विश्व में सबसे अधिक है। इन्हें संवार लिया जाएं तो देश निश्चित विश्व गुरु बन जाएगा। युवा प्रकोष्ठ जिला समन्वयक प्रमोद निहाले ने युवा पीढ़ी को व्यसन मुक्त जीवन जीने के लिए संकल्पित किया और कहा कि सच्चा युवा और देश का नागरिक वही है जिसमें राष्ट्रहित की भावना का ज्वार फुटता हो, जो निरंतर समाज, परिवार और देश को बचाने में अपनी भूमिका अग्रणीय रखता हो। विशेष अतिथि मीरा दुबे ने भी युवाओं को मंगल आशीर्वचन प्रदान किया और बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की। कालेज प्राचार्य डॉ. सोनिया भाटी ने गायत्री परिवार द्वारा चलाई जा रही व्यक्तित्व परिष्कार गतिविधि की प्रशंसा की और कहा कि अध्यात्म का धर्म से कोई नाता नहीं, धर्म सिर्फ अपने को जानने की प्रेरणा देता है और सबके कल्याण में अपना कल्याण खोजना बताता है।


व्यक्तित्व कार्यशाला को सफल बनाने में कालेज के अनिल मिश्रा, आशीष बंसल, पूनम नामदेव, शिवांगी मित्तल, वैशाली साहू, प्रियंका सुनहरे, साकेत भीमटे, योगेश अलावा सहित कई शिक्षकों का योगदान रहा।
व्यक्तित्व कार्यशाला का संचालन राकेश गुप्ता ने किया एवं आभार अनिल मिश्रा ने माना।

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