पुरुषार्थ के माध्यम से जीवन को करें राष्ट्रहित में समर्पित

देवास। मनुष्य को पुरुषार्थ के माध्यम से अच्छे कार्य करके अपना जीवन राष्ट्र को समर्पित करना चाहिए। यह विचार शाहपुरा अंतरराष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय जगद्गुरु स्वामी राम दयालजी महाराज ने रामद्वारा में प्रवचन के दौरान प्रकट किए। रामद्वारा के महंत स्वामी राम नारायणजी ने बताया कि जगतगुरु ने एक दिवस का सत्संग किया। संतराम सुमिरणजी ने गुरुवाणी का पाठ किया एवं राम धुन प्रस्तुत की। जगत गुरु ने कहा कि वर्तमान परिस्थिति में प्रत्येक नागरिक को अपने राष्ट्र को सर्वोपरि रखना चाहिए। हमारा पहला धर्म राष्ट्र सेवा होना चाहिए। विभिन्न धार्मिक प्रसंगों के माध्यम से उन्होंने जीवन को सत मार्ग पर ले जाने के उपाय बताए। इस अवसर पर संत माणक रामजी, संत समता रामजी, डॉक्टर सीमा सोनी, महेश सोनी एवं रामद्वारा सत्संग मंडल के सभी सदस्य उपस्थित थे। प्रवचन के पश्चात महाआरती की गई एवं प्रसाद वितरित किया गया।



