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Aurangabad News | काम को गति दें, वरना……, जानें क्यों राज्यमंत्री डॉ. भागवत कराड ने दी चेतावनी

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Union Minister Dr. Bhagwat Karad

छत्रपति संभाजीनगर: शहर में गत कई सालों से निर्माण पेयजल आपूर्ति (Drinking Water) की समस्याएं हल करने के लिए महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण की ओर से शुरु किए गए  2,700 करोड़ रुपए की नई पेयजल योजना का काम जिस जेवीपीआर एजेंसी (JVPR Agency) को दिया गया, उस एजेंसी द्वारा योजना का काम धीमी गति से जारी है। शहर के जनप्रतिनिधियों और प्रशासन द्वारा एजेंसी के प्रकल्प प्रमुख को कई बार सख्त निर्देश देने के बाद भी काम में गति नहीं आ पा रही है। ऐसे में जनप्रतिनिधि और प्रशासन के आला अधिकारी एजेंसी के सामने मजबूर होते दिखाई दे रहे हैं। इसी मजबूरी में केन्द्रीय मंत्री भागवत डॉ. कराड (Union Minister Dr. Bhagwat Karad) ने एजेंसी के प्रकल्प प्रमुख को चेताया कि काम में गति लाए, वरना देश और राज्य में एजेंसी द्वारा जारी सारे प्रकल्पों को ब्रेक लगाया जाएगा। 

शहर के स्मार्ट सिटी कार्यालय में केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री डॉ. भागवत कराड और सहकारिता मंत्री अतुल सावे के प्रमुख उपस्थिति में बैठक ली गई। बैठक में कंपनी द्वारा इस प्रकल्प के लिए नियुक्त प्रकल्प प्रमुख निर्णय अग्रवाल उपस्थित थे। डॉ. कराड ने एजेंसी के आला अधिकारी उपस्थित न रहने को लेकर भी कड़ी नाराजगी जताते कई सवाल किए। उन्होंने आदेश दिया कि आगामी एक पखवाडे में एजेंसी के मैनेजर के अलावा अन्य आला अधिकारियों के साथ बैठक की जाए। 

जनता को हमें फेस करना होता है 

बैठक में उपस्थित राज्य के सहकारिता मंत्री अतुल सावे ने भी हैदराबाद बेस जेवीपीआर एजेंसी द्वारा नई पेयजल योजना का धीमी गति से जारी काम पर नाराजगी जताते हुए कहा कि शहर में पेयजल आपूर्ति की गंभीर समस्याएं हैं। हम लोगों को सालों से यह समस्या हल करने का आश्वासन दे रहे हैं, परंतु एजेंसी द्वारा कछुए के गति से जारी काम से लोगों को हमें फेस करना पड़ रहा है। डॉ. कराड ने भी कहा कि हम गत कई माह से योजना के काम को गति लाने के लिए एजेंसी पर दबाव बनाए हुए हैं। इसके बावजूद एजेंसी का कोई वरिष्ठ अधिकारी सामने नहीं आता है।

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आज भी सात पानी की टंकियों का काम बाकी 

डॉ. कराड ने कहा कि आपने ही कोर्ट में एफिडेविट दिया था कि मार्च एंड तक शहर में 11 पानी के टंकियों का निर्माण किया जाएगा, परंतु आज भी 7 पानी की टंकियों का काम बाकी है। इससे यह साफ है कि योजना का काम ली एजेंसी कोर्ट में दिए एफिडेविट का भी अवमान कर रही हैं। कोर्ट ने भी बार-बार योजना के जारी कछुए के गति से जारी काम पर कड़ी नाराजगी जतायी। विभागीय आयुक्त सुनील केन्द्रकर के अलावा प्रशासन के आला अधिकारी भी आपको बार-बार योजना के काम में गति लाने के लिए दबाव बनाए हुए हैं। इसके बावजूद योजना का काम में गति नहीं आ पा रही है। बैठक में उपस्थित जिलाधिकारी आस्तिक कुमार पांडेय ने बताया कि इस एजेंसी के महाराष्ट्र और देश भर में कई प्रकल्प जारी है। यह जानकारी पाते ही केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री डॉ. कराड ने एजेंसी द्वारा उपस्थित योजना के प्रकल्प प्रमुख निर्णय अग्रवाल को चेताया कि वे शहर की पेयजल योजना के काम को गति दें वरना जेवीपीआर एजेंसी द्वारा महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में जारी कामों को ब्रेक लगाया जाएगा। 



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