धर्म-अध्यात्म

गायत्री परिवार चयनित ग्रामों में चलाएगा शिक्षा आंदोलन

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– भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा में प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को समारोह आयोजित कर पुरस्कार दिए जाएंगे

देवास। भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा की जिला समिति की समीक्षा बैठक नक्षत्र वाटिका में परीक्षा समन्वयक देवीशंकर तिवारी की अध्यक्षता में आयोजित की गई, जिसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।

गायत्री शक्तिपीठ के मीडिया प्रभारी विक्रमसिंह चौधरी ने बताया कि भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा 2025 की ओएमआर शीट की जांच होने पर शान्तिकुंज हरिद्वार से प्रमाण पत्र एवं मेरिट सूची प्राप्त होने पर विद्यार्थियों को तहसील एवं जिला स्तर पर समारोह आयोजित कर पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र वितरिण का निर्णय समिति द्वारा लिया गया। वरिष्ठ परिजन अरविन्द शर्मा एवं कांतिलाल पटेल ने अगले वर्ष अधिक स्कूलों से सम्पर्क कर अधिक से अधिक विद्यार्थियों को सम्मिलित किए जाने की योजना रखी।

सदस्य सुरेश बालपाण्डे, हजारीलाल चौहान एवं सुरेन्द्र दुबे ने इस वर्ष हुई परीक्षा के अनुभव एवं बच्चों के सुझाव बताते हुए कहा कि तहसील स्तर पर परीक्षा से पहले शिक्षकों से परीक्षा से सम्बंधित चर्चा हो। समिति सदस्य लक्ष्ति दुबे, जितेन्द्र मोहरी एवं बीएल खण्डेलवाल ने कहा कि गुरुदेव के सप्त आंदोलन में से एक शिक्षा आन्दोलन के लिए भी समिति जिले के कुछ ग्रामों का चयन कर शिक्षा के साथ अति आवश्यक एवं महत्वपूर्ण विषय पर कार्य प्रारंभ करें क्योंकि शिक्षा बच्चों में बाहरी संसार का ज्ञान कराती हैं एवं विद्या अपने में आंतरिक परिचय कराकर समझ जाग्रत करती है। इसी से पूर्ण व्यक्तित्व का निर्माण होता है इसलिए कुछ ग्रामों का चयन कर कार्य प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया।

वरिष्ठ परिजन अरुण शैव्य एवं देवीशंकर तिवारी ने गीता के अठारहवें अध्याय का सस्वर पाठ किया एवं उपस्थित सभी परिजनों ने सहभागिता की। वरिष्ठ परिजन केशव पटेल, रमेशचंद्र नागर आदि सदस्यों ने भी अपने विचारों से अवगत कराया। कार्यक्रम में समिति के सदस्य सालगराम सकलेचा, मनीष शर्मा, नरेन्द्र नागर आदि उपस्थित थे। बैठक का संचालन अरविन्द शर्मा ने किया एवं आभार प्रदर्शन मातृशक्ति साधना तिवारी ने किया।

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