धर्म-अध्यात्म
श्रावणी पर्व पर वैदिक विधि से हुआ उपाकर्म आयोजन

देवास। प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी ब्राह्मण समाज के मुख्य पर्व श्रावणी उपाकर्म का आयोजन देवास नागर समाज के सदस्यों द्वारा स्थानीय हाटकेश्वर देवालय परिसर में किया गया।
आचार्य पं. कपिल शुक्ल के आचार्यत्व में उपस्थित समाजजनों ने वैदिक विधि से हेमाद्रीप्राक्त, प्रायश्चित संकल्प, सूर्याराधना, दसविधि स्नान, यज्ञोपवीत धारण और आत्मशुद्धि की। इसके साथ ही पितरों के लिए तर्पण एवं स्वयं व समाज कल्याण के लिए यज्ञ में आहुतियां अर्पित की गईं।
शास्त्रों के अनुसार श्रावणी उपाकर्म ब्राह्मण जाति का एक महत्वपूर्ण कर्तव्य है। इसके तीन प्रमुख पक्ष बताए गए हैं प्रायश्चित संकल्प, संस्कार और स्वाध्याय। इस दिन के अनुष्ठान न केवल आत्मशुद्धि के लिए, बल्कि समाज के उत्थान और कल्याण के लिए भी किए जाते हैं।



