धर्म-अध्यात्म

पालकी में सवार होकर बाबा सिद्धनाथ ने दिए भक्तों को दर्शन

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सावन के अंतिम सोमवार पर नगर में गूंजा ‘बोल बम’

हर वार्ड में हुआ स्वागत, शिवभक्ति में झूम उठा नगर

नेमावर (संतोष शर्मा)। सावन मास के चौथे एवं अंतिम सोमवार पर नगर में भक्तिभाव का अद्वितीय संगम देखने को मिला। प्राचीन सिद्धनाथ महादेव मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। ॐ नमः शिवाय और बोल बम के जयघोष से नगर का वातावरण पूरी तरह भक्तिमय हो गया।

भस्म आरती के दर्शन कर किया बाबा का जलाभिषेक
सुबह शिवभक्तों ने मां रेवा (नर्मदा नदी) के पावन जल से स्नान कर सभा मंडप से बाबा सिद्धनाथ की भस्म आरती के दर्शन किए। इसके पश्चात भक्तों को गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति दी गई, जहां उन्होंने जल, बेलपत्र, पुष्प, धतूरा आदि अर्पित कर भगवान शिव का अभिषेक किया।
सभी ने सुख, समृद्धि, आरोग्य और मंगल जीवन की कामना करते हुए पूजा-अर्चना की। दोपहर तक जलाभिषेक का क्रम अनवरत चलता रहा।

बाबा को अर्पित की महाप्रसादी, हुआ वितरण
दोपहर में महंत संदीप पूरी द्वारा बाबा को महाप्रसादी अर्पित की गई। तत्पश्चात श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण किया गया। इसके उपरांत मंदिर के कपाट आमजन के दर्शन एवं पूजा हेतु पुनः खोले गए।

पालकी यात्रा में झूम उठे श्रद्धालु
शाम होते-होते श्रद्धालुओं ने ढोल-नगाड़ों, डीजे की शिवभक्ति से सजी धुनों और नृत्य के साथ बाबा सिद्धनाथ की पालकी यात्रा नगर में निकाली। बाबा की पालकी को भक्तों ने अपने कंधों पर उठाकर प्रयास चौक, बाजार चौक, गुर्जर मोहल्ला, पटेल बाखल, कृष्ण गली होते हुए पुनः सिद्धनाथ मंदिर तक पहुंचाया।

हर वार्ड में किया गया स्वागत
पालकी यात्रा के दौरान नगर के प्रत्येक वार्ड में श्रद्धालुओं द्वारा मंच बनाकर बाबा का स्वागत किया गया। बाजार चौक पर फलाहारी खिचड़ी का वितरण किया गया, वहीं कई अन्य स्थानों पर केले एवं प्रसादी वितरित की गई।

प्रमुख श्रद्धालु और जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति
इस पावन अवसर पर महंत संदीप पूरी, प्रमोद भीसे, अशोक व्यास, थाना प्रभारी मनोज सिंह, जनपद उपाध्यक्ष मनीष पटेल, नगर परिषद अध्यक्ष कृष्ण गोपाल अग्रवाल, पूर्व एल्डरमेन संतोष शर्मा सहित नगर व आसपास ग्रामीण अंचलों के सैकड़ों शिवभक्तों ने पालकी यात्रा में भाग लिया।

रात्रि 8 बजे हुआ यात्रा का समापन
यह भव्य पालकी यात्रा रात्रि 8 बजे सिद्धनाथ मंदिर परिसर में बाबा की महाआरती एवं अंतिम प्रसादी वितरण के साथ संपन्न हुई। इस अवसर पर पूरे नगर ने एक स्वर में शिव आराधना करते हुए धर्म, आस्था और परंपरा का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया।

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