कलीकाल में भागवत कथा से मिलता है मंगल

– पूजा शर्मा ने दिए जीवन उपयोगी संदेश
बेहरी। स्थानीय पाटीदार धर्मशाला में चल रही श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ कथा के तृतीय दिवस पर कथावाचिका पूजा शर्मा पुंजापुरा ने अपने दिव्य वचनों से श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। उन्होंने कहा कि “कलीकाल में मनुष्य जाने-अनजाने प्रतिदिन कई पाप करता है, जिसका प्रायश्चित केवल ईश्वर की भक्ति, भागवत नाम के आश्रय और अच्छे कर्मों से संभव है।”
कथा प्रवक्ता ने सत्संग के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, “सत्संग में वह शक्ति है, जो जीवन को मोक्ष की ओर ले जाती है।” उन्होंने क्रोध, लोभ, मोह, हिंसा, संग्रह जैसे दोषों का त्याग कर विवेकपूर्वक श्रेष्ठ कर्म करने का आह्वान किया।
शनिवार को कथा के दौरान उन्होंने परीक्षित को ऋषि का श्राप, ब्रह्मा द्वारा सृष्टि निर्माण, मनु-शतरूपा चरित्र, कपिल चरित्र, सती चरित्र, वाराह अवतार जैसे प्रसंगों पर गूढ़ व्याख्या करते हुए कहा कि भगवान के नाम मात्र से ही मनुष्य भवसागर से पार हो सकता है।
कथावाचिका के भजनों पर श्रद्धालु भावविभोर होकर झूमते नजर आए। उन्होंने कहा, “वैराग्य ही सच्चा ज्ञान देता है, जो मानव को सांसारिक बंधनों से मुक्त कर देता है।”
इस अवसर पर मुख्य यजमान के रूप में लीलाधर पाटीदार व उनकी धर्मपत्नी नगीना पाटीदार, तथा पवन पाटीदार व उनकी धर्मपत्नी चंदा पाटीदार ने आरती का लाभ लिया।
प्रसाद वितरण में दरियाव सिंह पाटीदार, पवन पाटीदार एवं शिक्षक प्रेमनारायण पाटीदार के परिवार का विशेष सहयोग रहा। श्रद्धालुओं को केले व मावे के लड्डुओं का प्रसाद वितरित किया गया।
पूरे आयोजन की व्यवस्था में जुटे प्रमुख सेवाभावी:
जुगल पाटीदार, हरिनारायण पाटीदार, पवन पाटीदार, शिवनारायण पाटीदार, त्रिलोकचन्द पाटीदार, बद्रीलाल पाटीदार, विष्णु पाटीदार, राजेन्द्र पाटीदार आदि द्वारा प्रतिदिन आने वाले श्रद्धालुओं के लिए समस्त व्यवस्थाएं की जा रही हैं।
कथा स्थल पर आसपास के गाँवों से बड़ी संख्या में महिला एवं पुरुष श्रद्धालु पहुंचकर श्रीमद् भागवत कथा का रसास्वादन कर रहे हैं। प्रतिदिन श्रद्धालुओं की संख्या सैकड़ों में पहुंच रही है।



