ट्रक में माल का कच्चा बिल, ई-वे बिल नहीं, देवास में जीएसटी की बड़ी कार्रवाई से मचा हड़कंप
देवास। प्रदेश भर में टैक्स चोरी रोकने के लिए चल रहे विशेष अभियान के तहत देवास जीएसटी विभाग की टीम ने ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा का परिचय देते हुए 21 से 24 जून तक सघन जांच अभियान चलाया।
इस दौरान टीम ने कुल 5 संदिग्ध वाहनों की जांच की, जिनमें से 3 पर टैक्स संबंधित अनियमितताएं मिलने पर कुल 1 लाख 22 हजार रुपए की पेनल्टी वसूली गई। अन्य वाहनों के दस्तावेज की जांच की जा रही है।
इस विशेष जांच अभियान के लिए विभागीय कमिश्नर ने देवास जीएसटी टीम को निर्देश जारी किए थे, जिसके तहत जिले के प्रमुख ट्रांसपोर्ट हब व व्यस्त मार्गों पर जांच की गई। टीम द्वारा की गई कार्रवाई पूरी तरह पारदर्शी, निष्पक्ष और नियमों के अनुरूप थी, जिसने विभाग की कार्यशैली में व्यावसायिक ईमानदारी और अनुशासन की मिसाल पेश की।
ई-वे बिल नहीं होने पर 79,500 की कार्रवाई-स्टेशन रोड स्थित ट्रांसपोर्ट कंपनी पर जब ट्रक की जांच की गई, तो उसमें इंदौर से आए सामान का कोई वैध ई-वे बिल नहीं मिला। ट्रक में लदा हुआ माल देवास के कई व्यापारियों के नाम पर था, लेकिन अधिकांश बिल कच्चे थे, जिससे जीएसटी चोरी की संभावना जताई गई।
विभाग ने इस पर तत्काल मप्र माल एवं सेवाकर अधिनियम 2017 की धारा 68 के तहत कार्रवाई की और 79,500 रुपए की जुर्माना राशि वसूल की।
अधिकारियों पर दबाव की कोशिश, फिर भी हुई कार्रवाई- कार्यवाही के दौरान संबंधित ट्रांसपोर्ट संचालक ने टीम पर दबाव बनाने का भी प्रयास किया। लेकिन विभागीय अधिकारियों ने पूरी सख्ती और ईमानदारी से जांच पूरी की, जिससे यह संदेश स्पष्ट गया कि शासन के नियमों के सामने कोई दबाव या सिफारिश नहीं चलेगी।
यही नहीं, ट्रांसपोर्ट संचालक ने कार्रवाई के बाद व्यापारियों को उनका माल देने में भी बाधा उत्पन्न की। अंततः जब व्यापारियों ने पुलिस कार्रवाई की चेतावनी दी, तब जाकर वह माल देने को राजी हुआ।
अन्य दो गाड़ियों पर भी कार्रवाई- विभाग ने इस दौरान दो और संदिग्ध वाहनों की जांच की, जिनमें नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर अतिरिक्त 42,500 रुपए की पेनल्टी वसूली गई। इस प्रकार तीन ट्रकों से कुल 1.22 लाख रुपए की वसूली की गई।
ईमानदारी की मिसाल बनी जीएसटी टीम-
यह पूरा अभियान इस बात का उदाहरण बना कि यदि अधिकारी निष्पक्षता और सत्यनिष्ठा से कार्य करें, तो टैक्स चोरी जैसे गंभीर मामलों पर भी प्रभावी नियंत्रण संभव है। देवास जीएसटी विभाग की यह कार्रवाई व्यापार जगत में एक सशक्त संदेश बनकर सामने आई है कि शासन की नजर में टैक्स चोरी किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
भविष्य में भी जारी रहेंगे ऐसे अभियान-जीएसटी विभाग ने संकेत दिए हैं कि आने वाले समय में भी टैक्स चोरी की संभावनाओं पर नजर रखते हुए ऐसे सतत और व्यापक अभियान जारी रहेंगे, जिससे समुचित कर संग्रहण सुनिश्चित हो सके और शासन की योजनाओं के लिए आवश्यक राजस्व उपलब्ध हो।