शिक्षा

राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

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देवास। प्रधानमंत्री कॉलेज आफ एक्सीलेंस श्री कृष्णाजीराव पवार शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में मध्यप्रदेश शासन के निर्देशानुसार राष्ट्रीय शिक्षा नीति के नवीन अधिनियम 14 (1) तथा 14 (2) एवं स्वयं पोर्टल पर एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।

मुख्य अतिथि जनभागीदारी समिति अध्यक्ष मनीष पारीक, प्राचार्य डॉ. एसपीएस राणा, मुख्य वक्ता डॉ. दीप्ति धवले नीरज जैन, डॉ. संजय गाडगे एवं डॉ. लता धुपकरिया ने मंच साझा किया। सर्वप्रथम डॉ. लता धुपकरिया ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अधिनियम 14 (1) पर प्रकाश डालते हुए बताया, कि यह अधिनियम स्नातक कार्यक्रम से संबंधित है, जो वर्तमान सत्र 25 -26 से लागू है। इस अधिनियम के तहत विद्यार्थियों को 50% क्रेडिट की बाध्यता समाप्त हो गई है। अब विद्यार्थियों को अगले वर्ष में प्रोन्नत होने के लिए केवल 35% क्रेडिट की ही आवश्यकता होगी। सिंगल मेजर, डबल मेजर पाठ्यक्रम की संरचना ग्रेड सुधार का अवसर तृतीय वर्ष में समर इंटर्नशिप, चतुर्थ वर्ष ऑनर्स विथ रिसर्च में शोध प्रबंध, लचीली प्रवेश और निकासी प्रणाली, परीक्षा मूल्यांकन और ग्रेडिंग से अवगत कराया।

साथ ही इस ओर भी सबका ध्यान आकर्षित किया, कि यह अधिनियम स्वाध्यायी विद्यार्थियों पर भी लागू होता है, लेकिन उनका मूल्यांकन केवल बाह्य परीक्षाओं पर आधारित होगा। डॉ. दीप्ति धवले ने व्याख्यान में बताया, कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति का अधिनियम 14(2) स्नातकोत्तर कार्यक्रम से संबंधित है, जिसके अंतर्गत 2 वर्षीय स्नातकोत्तर कार्यक्रम, एक वर्षीय स्नातकोत्तर कार्यक्रम एवं एक वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा कार्यक्रम शामिल है। जिसके अंतर्गत अनुसंधान पर विशेष ध्यान दिया गया है। विषय की प्रकृति के आधार पर क्रेडिट वर्गीकरण पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए पाठ्यक्रम संरचना और मूल्यांकन पद्धति से सभी को अवगत कराया।

डॉ. संजय गाडगे ने स्वयं पोर्टल में पंजीयन की प्रक्रिया से अवगत कराते हुए परीक्षा में शामिल होने की संपूर्ण प्रक्रिया को समझाते हुए बताया कि किस तरह विद्यार्थी आनलाइन माध्यम से क्रेडिट अर्जित कर सकते हैं। मुख्य अतिथि मनीष पारीक ने महाविद्यालय में आयोजित राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर उन्मुखीकरण कार्यक्रम हेतु समस्त महाविद्यालय परिवार को शुभकामना प्रेषित की।

अध्यक्ष उद्बोधन में प्राचार्य ने बताया, कि निश्चित ही इस कार्यशाला के माध्यम से समस्त प्राध्यापक लाभान्वित हुए होंगे तथा वे शिक्षा मित्र के माध्यम से हर विद्यार्थी तक अधिनियम 14 (1) तथा 14 (2) के व्यापक प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। कार्यक्रम में महाविद्यालय परिवार के समस्त प्राध्यापक, सह प्राध्यापक, सहायक प्राध्यापक, अतिथि विद्वान की सक्रिय सहभागिता रही। कार्यक्रम का संचालन डॉ. संजय गाडगे के द्वारा किया गया एवं आभार नीरज जैन ने माना।

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