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    मां क्षिप्रा नदी के प्राचीन कुंड की सफाई, श्रद्धालुओं के लिए पानी भरने की व्यवस्था

    ByNews Desk

    Mar 23, 2025
    Kshipra river
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    क्षिप्रा (देवास)। गर्मी के मौसम को देखते हुए ग्राम पंचायत सुकल्या क्षिप्रा द्वारा माँ क्षिप्रा नदी के प्राचीन कुंड की सफाई कर उसमें पाइपलाइन के माध्यम से पानी भरने की व्यवस्था की गई है। यह पहल विशेष रूप से श्रद्धालुओं के लिए की गई है, ताकि वे अमावस्या और अन्य धार्मिक अवसरों पर स्नान-पूजन कर सकें।

    सरपंच ने की पूजा-अर्चना, दिया जल संरक्षण का संदेश-
    ग्राम पंचायत सुकल्या क्षिप्रा के सरपंच विश्वास उपाध्याय ने मां क्षिप्रा मैया के जल की पूजा-अर्चना कर इस कार्य की सफलता की कामना की। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं और स्थानीय निवासियों से अपील की कि कुंड के जल को स्वच्छ बनाए रखें और इसमें किसी भी प्रकार की गंदगी न फैलाएं।

    उन्होंने विशेष रूप से तीन महत्वपूर्ण बातों पर जोर दिया:

    – कुंड के जल में फूल-माला या अन्य पूजन सामग्री न डालें।

    – कुंड में वस्त्र या कपड़े न छोड़ें और न ही जल में बहाएं।

    – जल को व्यर्थ न बहाएं, क्योंकि “जल है तो कल है”।

    मां क्षिप्रा नदी बचाओ समिति ने सराहा पंचायत का कार्य-
    मां क्षिप्रा नदी बचाओ समिति के अध्यक्ष राजेश बराना प्रजापति ने ग्राम पंचायत की इस पहल की सराहना की। उन्होंने कहा, कि इस कार्य से देवास, इंदौर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले श्रद्धालुओं को स्नान में आसानी होगी।

    बच्चों को मिलेगी तैराकी की सुविधा-
    गर्मी के मौसम में बच्चों को तैराकी सीखने के लिए अब देवास या अन्य जगहों पर नहीं जाना पड़ेगा। पहले स्थानीय बच्चों को तैराकी सीखने के लिए देवास जाना पड़ता था, जिससे समय और पैसे दोनों की बर्बादी होती थी। अब यही सुविधा क्षिप्रा कुंड में उपलब्ध होगी, जिससे बच्चों को लाभ मिलेगा।

    मां नर्मदा का जल छोड़ने की अपील-
    समिति अध्यक्ष राजेश बराना प्रजापति ने जिला प्रशासन से मां नर्मदा का जल क्षिप्रा नदी में छोड़ने का आग्रह किया, ताकि क्षिप्रा नदी पूरे वर्ष लबालब भरी रहे। इससे नदी की पवित्रता बनी रहेगी और श्रद्धालुओं को स्नान के लिए पर्याप्त जल मिलेगा।