– 101 कन्याओं के विवाह एवं भण्डारे के साथ होगी पूर्णाहुति
शिप्रा। मोक्षदायिनी मां शिप्रा नदी के तट पर कलश यात्रा के साथ श्रीमद भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। कलश यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाएं सिर पर कलश धारण कर शामिल हुईं। कलश यात्रा का जगह-जगह पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया।
सामाजिक कार्यकर्ता दिलीप अग्रवाल एवं समस्त अग्रवाल परिवार द्वारा करवाए जा रहे भागवत ज्ञान गंगा यज्ञ का शुभारंभ बुधवार को प्रात: 9 बजे कलश यात्रा एवं शोभा यात्रा के साथ हुआ। मोक्षदायिनी मां क्षिप्रा नदी तट क्षिप्रा जिला देवास से मां क्षिप्रा मैया की पूजा-अर्चना करने के प्रश्चात, चुनरी ओढ़ाकर व क्षिप्रा मैया का जल भरकर हजारों की संख्या में महिलाओं ने अपने सिर पर कलश रखकर कलश यात्रा का शुभारंभ किया। श्रीमद् भागवत महापुराण कथा आयोजक अनीता दिलीप अग्रवाल ने श्रीमद् भागवत महापुराण एवं कलश अपने सिर पर रखकर कलश यात्रा की शुरूआत की।
शिप्रा के प्रमुख मार्गों पर स्वागत मंच लगाकर पुष्पवर्षा से समाजसेवी धर्मेंद्र जायसवाल मित्र मंडल और अन्य सामाजिक संगठनों के द्वारा स्वागत किया गया। मुख्य मार्गों से होते हुए कथा स्थल पुराने पुल के पास, ज्योति कालोनी शिप्रा जिला इंदौर होते हुए कथा स्थल पंडाल शिप्रा पहुंची। कलश यात्रा का जगह-जगह फूलों से स्वागत किया गया। 31 दिसंबर मंगलवार को विवाह में हजारों श्रद्धालुओं के शामिल होने का अनुमान है। कथा 31 दिसंबर तक प्रतिदिन दोपहर 1 से शाम 4 बजे तक भागवत रत्न दीदी साध्वी सरस्वती के श्रीमुख से होगी। कथा की पूर्णाहुति पर 101 जोड़ों का नि:शुल्क विवाह होगा।
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