देवास। जब से डॉ. मोहन यादव प्रदेश के मुख्यमंत्री बने हैं तब से वह लगातार प्रदेश के अनेक स्थानों पर पहुंचकर इन्वेस्टर सबमिट आयोजित कर रहे हैं, जिसमें उद्योगपतियों से एमओयू साइन करने के बाद बता रहे हैं कि हजारों करोड रुपए के उद्योग आ जाने से प्रदेश में रोजगार के नए अवसर मिल जाएंगे। यहां तक की डॉ. यादव लंदन और जर्मनी तक उद्योगपतियों से चर्चा कर आए। इतनी इन्वेस्टर सबमिट हुई है, कि अगर इन सबमिटों के माध्यम से उद्योग स्थापित हो जाते तो आज प्रदेश औद्योगिक प्रदेश के रूप में जाना जाता, वहीं बेरोजगारी के मामले में शून्य हो जाता। लगभग सभी बेरोजगारों को रोजगार मिल जाता।
शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी एवं कार्यकारी अध्यक्ष प्रवक्ता सुधीर शर्मा ने बताया कि चाहे शिवराजसिंह चौहान हो या डॉ. मोहन यादव दोनों ने देवास के औद्योगिक क्षेत्र की ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया। आज स्थिति यह है कि 80 के दशक से देवास में स्थापित औद्योगिक क्षेत्र से अनेक पुराने उद्योग बंद हो चुके हैं। वहीं नए उद्योग खुलने का तो सवाल ही नहीं उठता। इन बड़े उद्योगपतियों के पास बैश कीमती करीब 100 एकड़ जमीन है, लेकिन उद्योग बंद हो चुके हैं, जमीन आज भी उद्योगपतियों के कब्जे में है।
जो उद्योग बंद हुए हैं उनमें प्रमुख रूप से केसरी स्टील, देवास शूटिंग, चंद्रप्रभा शूटिंग, मधु मिलन, हिंद सिंटेक्स, गजरा बिवल गेयर, एस & एच गेयर, स्टैंडर्ड मिल इसी के साथ अनेक छोटे-बड़े उद्योग बंद हो चुके हैं, जिनके हजारों श्रमिक बेरोजगार हो चुके हैं, जो आज भी बंद हुए उद्योगों से अपनी बकाया रकम को लेकर उद्योगपतियों से गुहार लगा रहे हैं या न्यायालय में उनके प्रकरण चल रहे हैं। इन उद्योगों को शुरू करने को लेकर या इन उद्योगों की क्या परेशानी थी उन्हें हल करने की दिशा में मुख्यमंत्री रहते हुए ना तो शिवराजसिंह चौहान ने या मोहन यादव ने आज तक इन पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया इसका परिणाम रहा कि उद्योग तो बंद हुए ही वही हजारों लोग बेरोजगार हो गए।
कांग्रेस की मांग है कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव प्रदेश में इन्वेस्टर सबमिट आयोजित करें उससे हमारा कोई विरोध नहीं है, लेकिन जो औद्योगिक क्षेत्र पहले से प्रदेश सरकार ने बनाए हैं उन पर विशेष ध्यान दें, उनमें देवास के औद्योगिक क्षेत्र पर विशेष ध्यान दें और यहां के बंद पड़े उद्योगों को शुरू करने में अपनी भूमिका निभाएं साथ ही जो बड़े उद्योग बंद हुए हैं और उनके पास आज भी भूमि उनके कब्जे में है उनसे लेकर नए स्थापित करने वाले उद्योगपतियों को भूमि दी जाए। साथ ही देवास जैसे बड़े जिले में स्थापित औद्योगिक क्षेत्र को और विकसित करते हुए गति प्रदान की जाए।
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