“स्वाहा इदम् गायत्री इदं नमः” की गूंज जिले के 8173 घरों में गूंजी

Posted by

Share

देवास के इतिहास में पहली बार 8 हजार से अधिक घरों में गृह गृह गायत्री महायज्ञ

देवास। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में वैश्विक स्तर पर विश्व के लाखों परिजनों ने बड़ी श्रद्धा के साथ अपने घरों पर गायत्री महायज्ञ किया। साथ ही पड़ोसी, संबंधी एवं मित्रों को भी प्रेरित किया। गायत्री महायज्ञ का उद्देश्य राष्ट्र को स्वस्थ, समर्थ और संस्कारवान बनाना है।

गायत्री परिवार के मीडिया प्रभारी विक्रमसिंह चौधरी ने बताया, कि प्रतिवर्ष गायत्री परिवार द्वारा बुद्ध पूर्णिमा को श्रद्धा एवं उत्साह के साथ देशभर में पुनीत गृह-गृह गायत्री महायज्ञ अभियान किया जा रहा है। इसी क्रम में इस वर्ष भी बुद्ध पूर्णिमा को देवास जिले की सभी तहसीलों में अभियान को संपन्न किया गया, जिसमें देवास तहसील में 3808, हाटपिपलिया में 1600, कन्नौद में 400, बागली में 300, सोनकच्छ में 505, खातेगांव में 1300, सतवास में 200, टोंकखुर्द में 10, उदयनगर में 50 इस प्रकार कुल 8173 घरों में गृह-गृह गायत्री महायज्ञ संपन्न हुए। जिला कारागार देवास में भी बन्दी भाईयों ने आहुतियां प्रदान की। युवा प्रकोष्ठ जिला समन्वयक प्रमोद निहाले ने यज्ञ के दौरान बंदी भाइयों से अपने जीवन की बुराइयों की तिलांजलि देने की अपील की। उन्होंने बुराई छोड़ अच्छाई ग्रहण करने का संकल्प लिया। जिला जेल उप अधीक्षक अनिल दुबे ने गायत्री परिवार के इस आयोजन की सराहना करते हुए आभार व्यक्त किया।

इस अवसर पर गायत्री प्रज्ञापीठ देवास की संरक्षिका दुर्गा दीदी ने कहा कि अभियान का एक ही उद्देश्य है कि घर-घर में गायत्री और यज्ञ पहुंचे, जिससे घर का वातावरण शुद्ध, पवित्र और संस्कारवान बन सके। घर में यज्ञ का प्रभाव महत्वपूर्ण होता है। यज्ञ के माध्यम से यजमान अपनी बुराइयां छोड़ता है और अच्छाई ग्रहण करता है, जिससे परिवार देव परिवार बनता है।

अभियान की सफलता में तहसील प्रभारी गिरीश गुरु, डॉ. राजेंद्र व्यास, हरिप्रसाद पांडे, राजेंद्र शर्मा, पुष्करलाल गुप्ता, आशीष गुप्ता, सुरेश भारद्वाज, हरिराम जिराती, रविन्द्र नायक, रमेशचंद्र मेहता, रमेश नागर, उर्मिला सोनी, नीति श्रीवास्तव, वंदना पाटीदार, पुरुषोत्तम परमार, जयप्रकाश नाड़ेकर का सराहनीय योगदान रहा। गायत्री शक्तिपीठ देवास के मुख्य प्रबंध ट्रस्टी महेश पंड्या एवं गायत्री प्रज्ञापीठ विजय नगर के मुख्य प्रबंध ट्रस्टी राजेंद्र पोरवाल ने आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी परिजनों का आभार व्यक्त किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *