धर्म-अध्यात्म

युग ऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य का आध्यात्मिक जन्मदिवस वसंत पर्व मनाया

– गायत्री संस्थानों में दीक्षा संस्कार के साथ कई संस्कार हुए
देवास। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार की शाखा गायत्री शक्तिपीठ पर परम गुरुदेव पं. श्रीराम शर्मा आचार्य के आध्यात्मिक जन्मदिवस, मां सरस्वती का प्राकट्य दिवस एवं बसंत महापर्व पूर्ण उत्साह एवं उमंग के साथ मनाया गया। पंचकुंडीय गायत्री महायज्ञ के साथ दीक्षा, जन्मदिवस, विद्यारंभ, मुंडन, विवाह सहित अनेक संस्कार निशुल्क संपन्न हुए।

गायत्री शक्तिपीठ के मीडिया प्रभारी विक्रमसिंह चौधरी ने बताया, कि दो दिवसीय आयोजन में 13 फरवरी को प्रातः 6 बजे से शाम 6 बजे तक परिजनों ने सामूहिक मौन साधना की। बुधवार को बसंत पर्व पर सुबह 9 बजे श्रीवेदमाता गायत्री, गुरुदेव, माता भगवतीदेवी शर्मा एवं मां सरस्वती का आह्वान कर पंचकुंडीय गायत्री महायज्ञ प्रारम्भ हुआ। श्रद्धालुओं ने विश्व कल्याण एवं पर्यावरण संवर्धन के लिए गायत्री महामंत्र व महामृत्युंजय मंत्र से आहुतियां समर्पित की। पूर्णाहुति पर कई श्रद्धालुओं ने एक बुराई छोड़कर एक अच्छाई ग्रहण की।

गायत्री शक्तिपीठ पर गुरुदेव एवं माताजी की स्मृति प्रखर प्रज्ञा- सजल श्रद्धा सबके आकर्षण का केंद्र रही, ये बेहद आकर्षक रूप में सजाई गई थी। इस अवसर पर दीक्षा, यज्ञोपवित, विद्यारम्भ, विवाह सहित विभिन्न संस्कार हुए। आयोजन के अंत में महाप्रसाद (भंडारे) का सभी श्रद्धालुओं ने लाभ लिया। विभिन्न संस्कार वरिष्ठ परिजन जीएल नागर द्वारा कराए गए। गायत्री महायज्ञ का संचालन शक्तिपीठ के परिव्राजक रामनिवास कुशवाह एवं गायत्री शक्तिपीठ की देवकन्याओं द्वारा किया गया।


इसी प्रकार गायत्री प्रज्ञापीठ विजय नगर देवास पर पंच कुण्डीय गायत्री महायज्ञ किया गया। इसके एक दिन पूर्व शाम 4.30 से 6.30 बजे तक सबके उज्ज्वल भविष्य की कामना के साथ दो घंटे का मौन जाप किया गया। कार्यक्रम प्रज्ञापीठ के आचार्य ज्ञानदेव बोडखे एवं प्रखर पोरवाल द्वारा सम्पन्न कराया गया। इस अवसर पर प्रज्ञापीठ की संरक्षिका दुर्गा दीदी द्वारा उपस्थित सभी परिजनों को संबोधित करते हुए गुरुदेव के आध्यात्मिक जन्मदिवस एवं वसंत पर्व के संबंध में विस्तार से बताया गया।

इस अवसर पर ओमप्रकाश श्रीवास्तव, विक्रमसिंह चौहान, दिनेश बर्डे, सुभाष धोटे, नीति श्रीवास्तव, स्नेहलता पोरवाल, आरसी पालीवाल, प्रहलाद श्रोत्रिय, विजेन्द्रसिंह बैस, मंजुला सोनी, रामगोपाल गुप्ता, अरूणेंद्र सोनी, राकेश खिंची आदि उपस्थित थे। आभार गायत्री शक्तिपीठ साकेत नगर पर मुख्य प्रबन्ध ट्रस्टी महेश पंड्या एवं गायत्री प्रज्ञापीठ पर मुख्य प्रबन्ध ट्रस्टी राजेन्द्र पोरवाल ने माना।

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