प्रशासनिक

पोल पर चढ़कर काम करने वाले विद्युतकर्मियों ने रस्साकशी में दिखाई ताकत

– फिल्मी गीतों में अफसरों के साथ थिरका लाइन स्टाफ, जो जीता उसे मिली चॉकलेट

– देवास में 800 से अधिक कर्मचारियों ने मनोरंजन के साथ सीखी काम की बातें

देवास। अपने हाथों में पेचकस, कटर लेकर बिजली पोल पर चढ़कर काम करने वाले बिजली कंपनी के कर्मचारी-अधिकारी न सिर्फ अपने कामकाज में दक्ष है, बल्कि नाच-गाने में भी महारथी हैं। रविवार को बिजली कंपनी के आउट सोर्स के कर्मचारियों से लेकर आला अफसर फिल्मी गीतों पर एक साथ जमकर नाचे। थिरकने के साथ-साथ गाने भी गाए। रस्साकशी में भी अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। जीतने वाली टीम को इनाम में मिली चॉकलेट। जिसे टीम के सदस्यों ने एक-दूसरे को बांटकर मुंह मीठा कराया। इस प्रकार के मनोरंजन के साथ ही काम की बातें भी सीखी। यह अवसर था सुरक्षा जागरूकता शिविर का। बिजली कंपनी का यह कार्यक्रम उज्जैन रोड पर स्थित गार्डन में हुआ। इसमें पूरे जिले के 800 से अधिक अधिकारी-कर्मचारी शामिल हुए।

जवाबदारी अधिक होने से बिजली कंपनी के कर्मचारी-अधिकारियों में तनाव अधिक होने की शिकायत मिलती रहती है। तनाव के बीच काम के दौरान दुर्घटना की आशंका भी बनी रहती है। फिल्ड में जो कर्मचारी काम करते हैं, उन्हें सुरक्षा के नियमों के प्रति जागरूक भी मास्टर ट्रेनर द्वारा किया गया। काम के दौरान कई बार विद्युतकर्मी सुरक्षा उपकरणों का उपयोग नहीं करते, जिससे दुर्घटनाएं भी हो जाती है। इस कार्यक्रम में कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरणों की जानकारी दी गई। बताया, कि बिजली का काम जोखिमभरा है। इसमें आपका ओवर कान्फिडेंस न दिखाएं, आपको कितना भी अनुभव क्यों ना हो, लाइन का काम करते वक्त सुरक्षा उपकरण जरूर पहने।

सुरक्षा-सजगता के सत्र के बाद मनोरंजक गतिविधियों ने मौजूद विद्युतकर्मियों का जोश बढ़ा दिया। रस्साकशी में ऐसे विद्युतकर्मी भी शामिल हुए जो रिटायर होने की कगार पर है। उन्होंने भी अपनी ताकत का प्रदर्शन करते हुए टीम में जोश भरा। अधीक्षण यंत्री राजेशचंद्र जैन ने भी रस्साकशी में जोर आजमाइश की। फिर वक्त आया नाचने-गाने का, जिसमें विद्युतकर्मी खूब नाचे। फिल्मी गीतों की भी महफिल सजी, तो सभी झूम उठे।

रात में लाइन फॉल्ट होती है तो सुबह का इंतजार नहीं कर सकते-

अधीक्षण यंत्री राजेशचंद्र जैन ने बताया विद्युत कर्मचारियों-अधिकारियों का जॉब 24 घंटे का रहता है। अगर रात में कोई लाइन फॉल्ट होती है तो उसे सुधारने के लिए सुबह का इंतजार नहीं कर सकते। कर्मचारियों को अतिरिक्त काम करना पड़ता है। आज यहां सुरक्षा के साथ तनाव दूर करने के उद्देश्य से मनोरंजक गतिविधियां कराई गई। लाइन स्टाफ को मास्टर ट्रेनर ने सुरक्षा संबंधी बारीकियां समझाई। लाइन पर काम करने वाले कर्मचारियों के लिए सुरक्षा के मापदंड होते हैं। नियमों का पालन करेंगे तो दुर्घटनाएं नहीं होंगी।

सहायक यंत्री व मास्टर ट्रेनर प्रवीण जैन ने बताया इस वृत्त स्तरीय सुरक्षा जागरूकता शिविर में हमने सुरक्षा को लेकर लाइव डेमो दिया है। यह भी बताया कि दुर्घटना ना हो इसके लिए किस प्रकार से सजगता रखे। इस प्रकार का कार्यक्रम प्रतिवर्ष आयोजित करते हैं।

जोखिम के साथ तनावपूर्ण होता है लाइन स्टाफ का कार्य-

मेंटेनेंस प्रभारी पीएस मतकर का कहना है हमारे कर्मचारी दिनरात मेहनत करते हैं। लाइन स्टाफ का कार्य जोखिम के साथ-साथ तनावपूर्ण भी होता है। शिविर में कर्मचारियों को सुरक्षा नियमों के प्रति जागरूक किया। उन्हें बताया कि वे बगैर सुरक्षा उपकरणों के काम ना करें। लाइन पर कार्य करने के लिए जो मानक तय किए हैं, उनके अनुसार ही कार्य करें। हमने शिविर में कर्मचारियों को तनावमुक्त करने के उद्देश्य से विभिन्न खेल गतिविधियां भी करवाई। इस प्रकार के कार्यक्रम हम प्रतिवर्ष ही आयोजित करते हैं।

कार्यक्रम में कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कारपोरेट कार्यालय इंदौर से अधीक्षण यंत्री नंदा पेंडसे उपस्थित थीं। इस अवसर पर शहर संभाग कार्यपालन यंत्री दधीची रेवड़िया, सहायक यंत्री आरएन व्यास, पीसी मेहता, कार्यपालन यंत्री सोनकच्छ आनंद अहिरवार, विनित ठाकुर, ग्रामीण कार्यपालन यंत्री अनश सिद्दीकी, गौरव सोनी, इरफान शेख सहित बड़ी संख्या में अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे। संचालन सहायक यंत्री प्रज्ञा पांडे व राजाराम खरोले ने किया।

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