– आधे शहर के बोरिंग को रिचार्ज करने वाला तालाब उपेक्षित, संकेतक बोर्ड भी नहीं
देवास। रियासतकालीन एकमात्र जल स्त्रोत मीठा तालाब की दुर्गति हो रही है। इन दिनाें मीठा तालाब में बड़ी मात्रा में कचरा फैला हुआ है। गंदगी के कारण तालाब का पानी प्रदूषित हो रहा है। नगर जनहित सुरक्षा समिति ने सोमवार को सुबह 10 बजे मीठा तालाब का निरीक्षण किया तो कई तरह की कमियां यहां पाई गई। इसे लेकर समिति ने नगर निगम के जवाबदारों पर नाराजगी जाहिर की हैै।
समिति के अध्यक्ष अनिलसिंह बैस एवं विजयसिंह तंवर ने बताया कि मीठा तालाब में कचरा फेंकने से रोकने के लिए चौकीदार भी नहीं है। यह लंबे समय से नदारद है। यहां संकेतक बोर्ड भी नहीं है। नगर निगम के अधिकारी इससे पूरी तरह बेपरवाह है। अधिकारी मीठा तालाब की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। अध्यक्ष बैस ने बताया कि लोग पूजन, हवन सामग्री, हार-फूल, नारियल आदि कचरा फेंककर चले जाते हैं। उन्हें रोकने वाला कोई नहीं है। हमने कुछ माह पूर्व ही अधिकारियों को इससे अवगत कराया था, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने ध्यान नहीं दिया। दो-तीन माह से गंदगी अधिक फैल रही है। इससे न केवल पानी प्रदूषित हो रहा है, बल्कि पर्यावरण को भी नुकसान हो रहा है। उन्होंने बताया मीठा तालाब में पानी भरा होने से आधे शहर के बोरिंग रिचार्ज होते हैं। वर्षों से बैठे लापरवाह अधिकारियों को इसकी चिंता नहीं है।
नगर निगम के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए समिति के विनोदसिंह गौड़, सुनीलसिंह ठाकुर, अनूप दुबे, तकीउद्दीन काजी, सुभाष वर्मा, सुरेश रायकवार, सत्यनारायण यादव, अनिल अग्रवाल, उमेश राय ने जवाबदारों से मीठा तालाब को गंदगी से मुक्त कर पानी को प्रदूषित एवं पर्यावरण को दूषित होने से बचाने की मांग की है।
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