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नागपुर. सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (सीबीआई) नागपुर की टीम ने भुसावल रेलवे मंडल के अकोला आरपीएफ थाने में तैनात इंस्पेक्टर और एक बिचौलिये को 1,00,000 रुपये बतौर रिश्वत लेते गिरफ्तार किया. थाने में दर्ज मामले में आरोपी को बेल पर रिहा करने की एवज में इस रिश्वत की मांग की गई थी. पकड़े गए आरोपियों में आरपीएफ थाना अकोला के थानेदार मुकेश कुमार मीणा और सुरेश चंदन का समावेश है.
शिकायतकर्ता अमरावती का रहने वाला है और उसके परिवार का फर्नीचर का व्यापार है. आरपीएफ अकोला थाने में शिकायतकर्ता के पिता के खिलाफ चोरी का माल खरीदने और रखने के 2 मामले दर्ज किए गए थे. 7 मार्च को मीणा ने एक व्यक्ति के जरिए शिकायतकर्ता को अमरावती में मिलने बुलाया. उसके पिता को जेल न भेजते हुए थाने से ही जमानत देने की एवज में 5,00,000 रुपये की मांग की.
काफी मिन्नतों के बाद वह 3,00,000 रुपये लेने के लिए मान गया. इस बीच सीबीआई से शिकायत की गई जो वेरिफिकेशन में सही पाई गई. योजना के तहत शुक्रवार की शाम शिकायतकर्ता पहली किस्त के तौर पर 1,00,000 रुपये लेकर मीणा से मिलने अकोला गए. मीणा ने शिकायतकर्ता से 1 लाख रुपये लेकर सुरेश चंदन के पास रख दिए.
जाल बिछाए बैठी सीबीआई की टीम ने दोनों को दबोच लिया. दोनों को अमरावती में सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया गया. अदालत ने 14 मार्च तक सीबीआई कस्टडी मंजूर की है. सीबीआई ने भ्रष्टाचार प्रतिबंधक कानून की धारा के अलावा आपराधिक षड्यंत्र का मामला भी दर्ज किया है.
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