MP Shrirang Barne | रावेत तटबंध का पानी प्रदूषित हो चुका, गंदे पानी से मुक्ति दे PCMC: एमपी श्रीरंग बारणे

Posted by

Share

[ad_1]

shrirang-barne

पिंपरी: पवना नदी (Pawana River) पर बने रावेत तटबंध का पानी प्रदूषित हो चुका है। ऐसे में पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका (Pimpri-Chinchwad Municipal Corporation) को चाहिए कि शहरवासियों के लिए वहां से पानी लेना बंद कर दें। रावेत (Ravet) की बजाय शिवणे तटबंध से पानी उठाने के प्रयास किए जाए। यह सुझाव मावल लोकसभा के सांसद श्रीरंग बारणे (MP Shrirang Barne) ने शहर के लंबित मसलों को लेकर की गई समीक्षा बैठक में पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका प्रशासन को दिया है। उन्होंने इसके लिए शिवणे से पाइपलाइन बिछाने के लिए जमीन का अधिग्रहण करने के निर्देश दिए हैं।

पिंपरी-चिंचवड शहर में पानी की समस्या पर गंभीरता से ध्यान दिया जाना चाहिए। पवना नदी पर बने रावेत तटबंध से पानी लेकर निगड़ी के जलशुद्धिकरण केंद्र में प्रक्रिया के बाद उसे शहर में सप्लाई किया जाता है। हालांकि रावेत तटबंध का पानी बहुत प्रदूषित हो गया है। इस पानी से कई लोगों के स्वास्थ्य पर असर पड़ने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। देहूरोड छावनी बोर्ड की सीमा के भीतर कई ड्रेनेज लाइने सीधे नदी के पानी में मिल जाती हैं। ड्रेनेज,स्टॉर्म वाटर लाइन के लिए अलग से लाइन ली जानी चाहिए। 

शिवणे बांध से पानी की योजना

रावेत तटबंध की मरम्मत का कार्य ठप पड़ा है। उसके काम में तेजी लाई जाए। रावेत बांध की जगह शिवणे बांध से पानी उठाने की योजना बनाई जाए। उसके लिए पाइपलाइन बिछाने के लिए जमीन का अधिग्रहण किया जाए। रावेत तटबंध का काम बहुत धीमी गति से चल रहा है। इस काम में तेजी लाई जाएं। यदि इसके लिए और राशि की आवश्यकता होगी तो राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी। यह आश्वासन एमपी ने दिया।

समस्याओं का समाधान करने का सुझाव

महानगरपालिका में सिपाही वर्ग के कर्मचारियों को बढ़ा हुआ वेतन मिले, निगड़ी में महात्मा बसवेश्वर महाराज की प्रतिमा का कार्य शीघ्र प्रारंभ हो, पवना नदी सुधार परियोजना की विकास योजना हो जल्द पूरा हो, इसके काम में तेजी लाई जाए, शहर के जिन निजी अस्पतालों में बेड कम हैं, उन्हें बायो मेडिकल वेस्ट की अनुमति को लेकर कई मुश्किलें हैं। इसके लिए अस्पताल संघ के तीन प्रतिनिधियों और महानगरपालिका के अधिकारियों की संयुक्त कमेटी गठित कर अस्पताल की समस्याओं का समाधान करने का सुझाव भी उन्होंने दिया है।

यह भी पढ़ें

जल्द रक्षा मंत्री के साथ होगी बैठक

देहुरोड आयुध (गोला बारूद कारखाना) की सुरक्षा दीवार के दो सौ मीटर के दायरे में कितने काम चल रहे हैं और कितने लोग प्रभावित होंगे, इसका सर्वे किया जाए। पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका प्रशासन ने रक्षा विभाग को लिखित पत्र भेजकर स्पष्ट किया है कि निर्माण परमिट को नहीं रोका जा सकता है। हालांकि, इसकी जांच की जानी चाहिए कि यह लागू होता है या नहीं। सांसद बारणे ने यह भी कहा कि इस क्षेत्र के लोगों को परेशान नहीं करने को लेकर जल्द ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ दिल्ली में बैठक की जाएगी। यह भरोसा भी उन्होंने दिलाया।



[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *