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वर्धा. पिछले कुछ दिनों से मौसम में निरंतर बदलाव देखने मिल रहे है़. ऐसे में मंगलवार की मध्यरात्रि व तडके जिले के कुछ हिस्सो में बेमौसम बारिश ने दतस्त दी़ बिजली के कडकडाहट के साथ तेज हवा भी चली़ इससे कारंजा, आर्वी, आष्टी सहित अन्य क्षेत्र में संतरा, गेहू व चना फसल का नुकसान दर्ज किया गया है़.
जिले का किसान प्राकृतिक आपदा से त्रस्त हो चुका है़. गत वर्ष हुई अतिवृष्टि के कारण किसानों का भारी नुकसान हुआ़ खरिफ की फसल पुर्णत: हाथ से निकल गई़ लागत खर्च भी न निकलने से आर्थिक संकट में घिरे किसानो की उम्मीदे रबी फसल पर टीकी है़. एक ओर कपास को उचित मूल्य नहीं मिल रहा़ ऐसे समय में बेमौसम बारिश के चलते रबी की फसल भी संकट में आ गई है़. कारंजा, आष्टी व आर्वी परिसर में मंगलवार की मध्यरात्रि तेज हवा व बारिश ने दस्तक दी़.
इसके कारण बडी मात्रा में संतरे के फल निचे गिर गये़ मृग बहार का संतरा तोडने पर आया है़. ऐसे समय में बेमौसम बारिश ने किसानों की चिंता बढा दी है़. अनेक किसान संतरा व्यापारी को बेचने की तैयारी में है़. परंतु बारिश के कारण उनकी उम्मीदों पर पानी फिरता नजर आ रहा है़. इसके अलावा क्षेत्र में गेहू व चने की फसल का भी काफी नुकसान हुआ है़. आगामी दिनों में मौसम विभाग ने पुन: बारिश के आसार जताये है़.
गहू व चना जमीन ध्वस्त
आष्टी तहसील में 6 व 7 को हुई बेमौसम बारिश ने किसानों को टेन्शन बढा दिया है़. सोमवार की मध्यरात्रि बिजली की कडकडाहट के साथ बारिश ने दस्तक दी़ पश्चात मंगलवार को भी बारिश हुई़ इसमें तहसील के गेहू, चना व संतरे की फसल जमीनध्वस्त हो गई़. लहलहाती गेहू की फसल पुर्णत: सो गई है़. कुछ किसानों ने चने की फसल निकाली थी़ परंतु बारिश के कारण निकाली गई उपज भी खराब हो चुकी है़..
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