बेहरी (हीरालाल गोस्वामी)। मालवा अंचल में इस बार जल संकट को लेकर राहत भरी स्थिति देखने को मिल रही है। अप्रैल माह पूर्ण होने के बाद भी क्षेत्र में जल स्तर सामान्य से बेहतर बना हुआ है। स्थानीय किसान, ग्रामीण और अधिकारी इसे पिछले 30 वर्षों में अभूतपूर्व स्थिति मान रहे हैं।
बेहरी क्षेत्र में स्थित अधिकांश कुंए और ट्यूबवेल मई के प्रथम सप्ताह तक भरपूर पानी दे रहे हैं। इसके अलावा खेतों के किनारे लगे वृक्ष और पौधे भी हरे-भरे दिखाई दे रहे हैं, जिससे स्पष्ट है कि इस वर्ष प्रकृति ने मालवा क्षेत्र पर विशेष कृपा की है। इस वर्ष जल स्रोतों की बहाली और हरियाली की वापसी ग्रामीणों के लिए किसी आश्चर्य से कम नहीं।
जल स्तर की स्थिरता और प्राकृतिक हरियाली ने ग्रामीणों के चेहरे पर मुस्कान ला दी है। यह स्थिति न केवल कृषि के लिए लाभकारी है, बल्कि आने वाले समय में पानी की स्थायी उपलब्धता का आधार भी बन सकती है।
बारिश बनी वरदान-
गांव के बुजुर्ग किसान मूलचंद पाटीदार, प्रहलाद गोस्वामी और बाबूलाल बागवान का कहना है कि अक्टूबर के बाद से लगभग हर महीने बारिश होती रही। गर्मी की शुरुआत में भी तीन बार जोरदार बारिश हुई, जिससे भूजल स्तर में गिरावट नहीं आई। इसी वजह से आज भी कुएं और ट्यूबवेल पर्याप्त जल दे रहे हैं।
नदी में बहता पानी, मवेशियों के लिए राहत-
बेहरी क्षेत्र की नदी में इस समय तक जल प्रवाह बना हुआ है, जो कई वर्षों बाद देखा जा रहा है। इसका सीधा लाभ मवेशियों को मिल रहा है, जिन्हें अब पीने के पानी के लिए भटकना नहीं पड़ रहा।
सरकारी प्रयासों से मिली राहत-
विधायक मुरली भंवरा ने बताया, कि राज्य सरकार द्वारा ‘पानी रोको अभियान’ के तहत पंचायतों में बनाए गए स्टॉप डैम का प्रभाव अब दिखाई दे रहा है। इन डैमों के कारण वर्षा का पानी संचित हो सका और जल स्तर में स्थिरता बनी रही। उन्होंने बताया, कि यह योजना आने वाले वर्षों में जल संकट को स्थायी रूप से खत्म करने में मदद करेगी।
नल-जल योजना का विस्तार जारी
जल संसाधन विभाग के एसडीओ हेमंत सेठी ने जानकारी दी कि बेहरी के आसपास की छह ग्राम पंचायतों में नल-जल योजना का कार्य पूर्ण हो चुका है। कुछ क्षेत्रों में वितरण व्यवस्था में थोड़ी समस्या बनी हुई है, लेकिन निकट भविष्य में यह भी सुलझा ली जाएगी। इसके अतिरिक्त, एक बड़ी क्षेत्रीय जल योजना पर भी कार्य प्रारंभ हो चुका है, जिससे आने वाले समय में क्षेत्र जल संकट से पूरी तरह मुक्त हो सकेगा।