सड़क पर पाकिस्तान का झंडा बनाकर पैरों से रौंदा
देवास। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हिंदू पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के विरोध में देवास शहर में सर्व समाज के आह्वान पर मंगलवार को एक मौन रैली का आयोजन किया गया। यह रैली सयाजी द्वार से प्रारंभ होकर नगर के प्रमुख मार्गों से होती हुई जवाहर चौक पर समाप्त हुई। रैली पूरी तरह शांतिपूर्ण रही, लेकिन इसके माध्यम से आमजन की आतंकवाद के प्रति गहरी पीड़ा और आक्रोश मुखर रूप से सामने आया।
रैली में बड़ी संख्या में शहरवासियों, सामाजिक संगठनों, धर्माचार्यों, जनप्रतिनिधियों और युवा वर्ग ने सहभागिता की। सभी ने हाथों में तख्तियां और बैनर लेकर आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का संदेश दिया। रैली के समापन पर जवाहर चौक पर मौन श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई।
पाकिस्तान के खिलाफ विरोध दर्ज करते हुए सयाजी द्वार के समीप सड़क पर पाकिस्तान का झंडा बनाया। लोगों ने पाकिस्तान का झंडा पैरों से रौंदा तथा वाहन चालकों से अपील की कि वे झंडे के ऊपर से अपने वाहन निकालें।
ज्ञापन सौंपा-
रैली के समापन पर एडीएम बिहारी सिंह को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें मांगें रखी गईं- जम्मू-कश्मीर में व्याप्त असुरक्षा को देखते हुए तत्काल राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए। मारे गए यात्रियों के परिजनों को समुचित मुआवजा दिया जाए। दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी कर उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। आगामी अमरनाथ यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों की सुरक्षा हेतु विशेष बलों की तैनाती की जाए। देशभर में योजनाबद्ध तरीके से हो रहे हिंदुओं पर हमलों के विरुद्ध केंद्र सरकार कठोर कार्रवाई करे। इस्लामिक आतंकवाद के विरुद्ध अब किसी भी प्रकार की नरमी न बरती जाए।
सर्व समाज की यह रैली राष्ट्र की एकता, अखंडता और सांस्कृतिक अस्मिता के पक्ष में एकजुटता का प्रतीक बनकर सामने आई। रैली में कई वक्ताओं ने स्पष्ट कहा कि अब समय आ गया है कि पूरा समाज आतंकवाद के विरुद्ध एकजुट होकर खड़ा हो।
इस आयोजन ने देवास शहर में एक बार फिर यह साबित कर दिया कि जब देश, समाज और संस्कृति पर हमला होता है, तो सभी मतभेदों से ऊपर उठकर समाज एक हो जाता है।