धर्म-अध्यात्म

आश्रम में गूंजे भजन, प्रज्वलित किए 89 दीप

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– विश्व सेवा सत्संग दिवस के रूप में मनाया गया आसाराम बापू का जन्मदिवस

देवास। श्रद्धा, सेवा और भक्ति की त्रिवेणी उस समय उमड़ पड़ी जब संत आसाराम बापू का जन्मोत्सव शिष्यों ने अपार उत्साह और दिव्य भक्ति भाव से धूमधामपूर्वक मनाया। बापू के 89वें अवतरण दिवस पर आश्रम परिसर भजन, सत्संग, ध्यान और सेवा कार्यों से गुंजायमान हो उठा, मानो स्वयं दिव्यता ने धरती पर कदम रख दिए हों।

आसाराम बापू आश्रम

आश्रम पर सुबह 9 बजे से कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। सत्संग, ध्यान भजन, श्री आशारामायण पाठ और पादुका पूजन के पश्चात पादुका सर पर रखकर पूरे आश्रम में परिक्रमा लगाई। शिष्य भजन गाते हुए, नृत्य करते हुए चल रहे थे। उसके पश्चात ठीक 12 बजे 89 दीपक लगाए। 89वें वर्ष में प्रवेश करने वाला मुख्य मध्य वाला दीपक वरिष्ठ साधक गोवर्धनलाल कुमावत ने प्रज्ज्वलित किया।

आरती के पश्चात भोजन प्रसादी का कार्यक्रम शाम तक चलता रहा। शहर में भी शरबत वितरण का कार्यक्रम रखा गया। तहसील चौराहे पर महिला मंडल एवं युवा सेवा संघ के भक्तों ने शरबत बनाकर राहगीरों को शरबत का वितरण किया। जानकारी देते हुए श्री योग वेदांत सेवा समिति के ओम यादव ने बताया, कि बापूजी का अवतरण दिवस सप्ताह 12 अप्रैल पूर्णिमा से शुरू हो हुआ। इस दौरान विभिन्न आयोजन किए गए।

पूरे विश्व में बापूजी का अवतरण दिवस विश्व सेवा सत्संग दिवस के रूप में मनाया जाता है। उसके अंतर्गत देश-विदेश में दरिद्रनारायण की सेवा, शरबत वितरण, वक्ताओं के सत्संग, साहित्य वितरण, वस्त्र वितरण, भंडारा आदि कई सेवाएं की जाती है।

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