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येवला : कोरोना महामारी (Corona Epidemic) चली गई सभी निश्चिंत हो जाएं, ऐसी सोचने समझने वाले अब अपना विचार त्याग दें, क्योंकि येवला (Yeola) में कोरोना के चार मरीज (Patient) मिलने के बाद यह बात साबित हो गई है कि अभी कोरोना महामारी चली गई है, यह मान कर लापरवाही बरतना भारी पड़ सकता है। कोरोना के चार मरीज मिलने के बारे में ऐसे वक्त जानकारी मिली है, जब जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रामक रोगों का फैलाव है। संक्रामक रोगों में गिरफ्त होने के कारण जन स्वास्थ्य पर असर पड़ा है।
स्वास्थ्य विभाग ने जिले के 48 लोगों का स्वॅब टेस्ट लिया गया है, इनमें येवला के 28 लोग शामिल थे। जिले में अन्य किसी भी स्थानों से कोरोना प्रभावित मरीज भले ही न मिले हों, फिर भी येवला में चार मरीजों के कोरोना पॉजिटिव मिलने से हड़कंप मच गया है। नए एच3 एन2 इन्फ्लूएंजा वायरस के संक्रमण ने एक ओर भारत में चिंता बढ़ा दी है, वहीं दूसरी ओर येवला तहसील में एक ही दिन में चार कोरोना संक्रमित मरीज मिलने से प्रशासन सक्रिय हो गया है।
स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर
इन चार मरीजों में ग्रामीण क्षेत्रों के धामनगांव, नागडे, खरवंडी का एक-एक और येवला शहर का एक मरीज शामिल है। पिछले एक महीने में सर्दी-खांसी के मरीजों की संख्या तेजी से वृद्धि हुई है और कोरोना जैसे लक्षण सामने आते ही स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। चारों मरीजों का आइसोलेशन में इलाज चल रहा है।
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कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें
इस समय हर जगह सर्दी, बुखार और खांसी से पीड़ित मरीजों की संख्या में भारी इजाफा हो रहा है। इन्फ्लूएंजा संक्रमण के लक्षणों में सर्दी, बुखार, खांसी और दस्त शामिल है, इसलिए स्वास्थ्य विस्तार अधिकारी राजेंद्र खैरे, अरुण चव्हाण ने लोगों से कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने और भीड़भाड़ से बचने, मास्क का प्रयोग करने की अपील की है।
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