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नागपुर. महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा इन दिनों बोर्ड की परीक्षा ली जा रही है. शुक्रवार को 12वीं गणित का पेपर लीक हो गया था. इसके बाद से छात्रों में संभ्रम की स्थिति बनी हुई थी. कुछ जगह दोबारा पेपर लिये जाने की भी मांग की जा रही थी लेकिन बोर्ड ने एक पत्र जारी कर स्पष्ट कर दिया कि दोबारा परीक्षा नहीं ली जाएगी. इससे छात्रों ने भी राहत की सांस ली.
गणित प्रश्नपत्र के दोनों पृष्ठ सिंदखेड राजा तहसील के एक परीक्षा केंद्र से वायरल हुये थे. दोनों पेज सुबह 10.30 बजे वाट्सएप पर वायरल हुये थे जबकि छात्रों को केंद्र में 10.30 बजे प्रवेश दे दिया जाता है. परीक्षा 11 बजे से शुरू हो जाती है. बोर्ड का तर्क है कि 10.30 बजे के बाद छात्रों को केंद्र में प्रवेश नहीं दिया जाता. इस हालत में यदि पेपर वायरल भी हुआ तो यह छात्रों तक नहीं पहुंच सकता. इस हालत में दोबारा परीक्षा लेने की जरूरत ही नहीं है.
सूत्रों ने बताया कि भले ही पेपर 10.30 बजे वाट्सएप पर वायरल हुआ लेकिन हो सकता है कि इससे पहले ही पेपर हाथ में आ गया हो. इससे उस क्षेत्र में नकल की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता. परीक्षा दोबारा नहीं लिये जाने के निर्णय पर पालकों सहित छात्रों ने संतोष व्यक्त किया लेकिन बोर्ड की कार्यप्रणाली को लेकर नाराजगी भी व्यक्त की. सवाल किया जा रहा है कि सुरक्षा घेरे में होने के बावजूद आखिर पेपर कैसे बाहर आ गया. नियमानुसार पेपर केंद्र में ही छात्रों के सामने खोलना पड़ता है. इसके लिए वीडियोग्राफी भी आवश्यक है. इस घटना से साफ हो जाता है कि अब भी कई इलाकों में गड़बड़ी का सिलसिला जारी है.
10वीं सीबीएसई का साइंस पेपर भी ‘टफ’
शनिवार को 10वीं सीबीएसई साइंस का पेपर लिया गया. शिक्षकों का कहना है कि पेपर ‘टफ’ आया था. अक्सर जिस तरह के प्रश्न पूछे जाते हैं, वैसे प्रश्न नहीं थे. हालांकि सभी प्रश्न सिलेबस से ही थे लेकिन कम प्रैक्टिस वाले प्रश्न ज्यादा पूछे गये. इससे कई छात्रों को दिक्कतें आईं. इससे पहले 12वीं केमेस्ट्री का पेपर का भी काफी ‘टफ’ आया था. कठिन पेपर होने से परिणाम पर भी असर पड़ने की संभावना है.
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