[ad_1]
भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंधों पर टोनी एबॉट ने कहा कि यह समय के साथ और मजबूत होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि ईसीटीए – आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौता – जिसे हमने पिछले साल अंतिम रूप दिया है, इस नई ताकत का प्रतीक है।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी एबॉट भारत के दौरे पर है। रायसीना डायलॉग में हिस्सा लेने पहुंचे ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री ने भारत की जी-20 अध्यक्षता को लेकर बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा है कि मुझे विश्वास है कि इससे भारत को न केवल एक क्षेत्रीय शक्ति के रूप में बल्कि दुनिया की दूसरी लोकतांत्रिक महाशक्ति के रूप में प्रदर्शित करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि यह भारत के रणनीतिक और कूटनीतिक युग के आने का संकेत है। आपको बता दें कि टोनी एबॉट ऑस्ट्रेलिया की लेबर पार्टी के सदस्य हैं। उन्होंने 1994 से लेकर 2019 तक ऑस्ट्रेलियाई प्रतिनिधि सभा में सदस्य के रूप में कार्य किया है।
भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंधों पर टोनी एबॉट ने कहा कि यह समय के साथ और मजबूत होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि ईसीटीए – आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौता – जिसे हमने पिछले साल अंतिम रूप दिया है, इस नई ताकत का प्रतीक है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे यह भी लगता है कि ऑस्ट्रेलियाई मंत्रियों का काफिला जो पिछले कुछ हफ्तों से दिल्ली में है – और पीएम सिर्फ एक या दो हफ्ते में आ रहे हैं – भी ताकत और रिश्ते के बारे में अत्यधिक प्रतीकात्मक है। गौरतलव है कि ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज भारत के दौरे पर आ रहे हैं। अल्बनीज की यात्रा 8 से 11 मार्च के बीच होगी।
जानकारी के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज 8 से 11 मार्च तक भारत के दौरे पर रहेंगे। प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज के साथ ऑस्ट्रेलिया के व्यापार और पर्यटन मंत्री डॉन फैरेल और एक उच्च-स्तरीय व्यापार प्रतिनिधिमंडल आएंगे। विदेश मंत्रालय ने बताया कि भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी के तहत आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों के अलावा सहयोग के क्षेत्रों पर चर्चा करने के लिए PM मोदी और PM अल्बनीज वार्षिक शिखर सम्मेलन का आयोजन करेंगे। इसके साथ ही PM अलबनीज दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात करेंगे।
अन्य न्यूज़
[ad_2]
Source link
Leave a Reply