राजनीति

मालवा-निमाड़ ने भगवा का रंग और गहरा किया

– सभी आठ सीटों पर भगवा परचम लहराया
– रामलला का वैभव लौटाने वाली मोदी सरकार के प्रति अपना आभार जताया

(अखिलेश श्रीराम बिल्लौरे)
मालवा-निमाड़ की सभी आठ सीटों पर भगवा परचम लहराया है। क्षेत्र के मतदाताओं ने राम मंदिर के 22 जनवरी के प्राण-प्रतिष्ठा से उपजे उत्साह को अपना भरपूर समर्थन दिया और 500 वर्ष की प्रतीक्षा के बाद रामलला का वैभव लौटाने वाली मोदी सरकार के प्रति अपना आभार जताया।

भाजपा को भारी मतों से इन सभी सीटों पर विजयी बनाकर यह सिद्ध कर दिया कि मालवा-निमाड़ की जनता का मन सदैव भगवा रंग में रंगा हुआ है। यह रंग आज का नहीं है। मालवा-निमाड़ की जनता ने भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की रथयात्रा के बाद देश में उपजे राम मंदिर के प्रति उत्साह को कभी फीका नहीं होने दिया। रथयात्रा के बाद सन् 1991 में हुए आम चुनाव में भाजपा ने आठ में से पांच सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं 1996 में सात, 98 में छह, 99 में पांच, 2004 में सात, 2009 में दो, 2014 और 2019 में सभी आठ सीटें जीती थीं। यानी मालवा-निमाड़ की जनता इन 35 वर्षों में 2009 को छोड़कर सदैव भगवा रंग में रंगी दिखाई दी। इस दौरान क्षेत्र के मतदाताओं ने कभी कांग्रेस को हावी होने का मौका ही नहीं दिया।

इन 35 वर्षों में इंदौर तो हमेशा ही भाजपा के साथ रहा है। यहां से भाजपा कभी हारी नहीं। अब 2024 में भी मालवा-निमाड़ में भाजपा ने क्लीन स्वीप किया है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह भी है कि प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सभाएं भी अहम योगदान दे गईं। साथ ही जनता के मन में भाजपा के प्रति पूर्ण विश्वास भी एक महत्वपूर्ण कड़ी है। बता दें कि अयोध्या में राम रथ यात्रा के बाद पुलिस ने 30 अक्टूबर 1990 और 2 नवंबर 1990 को कारसेवकों पर गोलीबारी की थी। ये लोग अयोध्या में राम जन्मभूमि स्थल के पास इकट्ठे हुए थे। साथ ही छह दिसंबर 1992 में बाबरी ढांचे का विध्वंस किया गया था। देश के कोने-कोने से इन तारीखों में सैकड़ों की संख्या में कारसेवक अयोध्या गए थे। इनमें मालवा-निमाड़ से भी बड़ी संख्या में कारसेवक शामिल थे। उस दौरान क्षेत्र में घर-घर से अयोध्या के लिए कुछ-न-कुछ योगदान जरूर दिया था। भगवान राम के प्रति यह आस्था राम मंदिर बनने से और भी प्रबल हो उठी और भाजपा को प्रचंड विजयी दिलाकर एक तरह से आभार भी माना।

इधर प्रदेश सरकार की लाड़ली योजना की सफलता को भी भाजपा की जीत का श्रेय दिया जाना चाहिए। इस योजना का विधानसभा में भी भाजपा की प्रचंड जीत में अहम योगदान था। वहीं भाजपा के करीब दो दशक के शासनकाल में क्षेत्र का जिस तरह चौतरफा विकास हुआ, चुनाव नतीजों में उसके प्रति कृतज्ञता दिखती है। लाड़ली लक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना, सड़कों का जाल, उज्जैन में श्री महाकाल महालोक, ओंकारेश्वर में शंकराचार्य प्रकल्प, इंदिरासागर सिंचाई योजना सहित कई विकास कार्यों ने जनता के मन में अहम छाप छोड़ी है। वहीं मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव का मालवा क्षेत्र से होना और उनके द्वारा पिछले छह माह में किए गए क्षेत्र के विकास के प्रयास को मतदाताओं का समर्थन मिला है।

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