सतपुड़ा एकेडमी में हर्षोल्लास से मनाया स्वतंत्रता दिवस व जन्माष्टमी पर्व

भगवान की पोशाख में बच्चे बने आकर्षण का केंद्र
देवास (दिनेश सांखला)। मक्सी रोड पर तुलजा विहार कॉलोनी में स्थित सतपुड़ा एकेडमी में स्वतंत्रता दिवस उत्साह के साथ मनाया गया। संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम में डॉ. सुनील लाड, संस्था सक्षम के अध्यक्ष दारासिंह वशिष्ठ एवं सुरेन्द्रसिंह सेंधव विशेष रूप से उपस्थित थे।

बच्चों ने देशभक्ति पर आधारित नाटक, गीत, कविता एवं कहानी सहित भाषणों की प्रस्तुति देकर सभी का मन मोह लिया। इससे वातावरण देशभक्ति के रंग में रंग गया। इसके बाद अतिथियों ने भगवान श्रीकृष्ण, मां सरस्वती एवं भारत माता का विधिवत पूजन-अर्चन कर दीप प्रज्ज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
यहां पर हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैयालाल की… नंद घर आनंद भयो, जय हो नंदलाल की… छोटी-छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल…, गोविंदा आला रे… श्रीकृष्ण गोविंद हरे मुरारी… जैसे कृष्ण भक्ति भजनों पर बच्चों ने शानदार नृत्य की प्रस्तुति देकर सभी का मन मोह लिया।

बच्चे राधाकृष्ण, बाल गोपाल, बलराम, सुदामा की पोशाख में सज-धजकर स्कूल पहुंचे, जो आकर्षण का केंद्र थे। यहां पर नन्हें विद्यार्थियों ने राधाकृष्ण, वसुदेव, ग्वाले, देवकी और गोपियों के संग कृष्ण प्रसंगों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शानदार प्रस्तुतियां दी। बच्चों ने भगवान श्रीकृष्ण के जन्म पर आधारित एक आकर्षक नाटिका का मंचन किया। कृष्ण सुदामा की मित्रता पर आधारित मार्मिक दृश्यों का सजीव चित्रण देखकर सभी की आंखें नम हो गईं। जब बच्चों ने मटकियां फोड़ीं, तो श्रीकृष्ण के जयकारों से परिसर गुंजायमान हो गया। इस अवसर पर विद्यालय परिसर को तोरण, फूल-माला एवं आकर्षक रंगोली से सजाया गया।

संस्था में प्रतियोगिता भी हुई, जिसमें बच्चों ने अपने हाथों से मोर पंख, बांसुरी, दही मटकी, भगवान कृष्ण के चित्रों को उकेरा एवं रंग भरा। साथ ही राखियां भी बनाईं, जिसे खूब सराहना मिली। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. सुनील लाड ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण के जीवन चरित्र से सीख लेकर हमें उनके सिद्धांत एवं आदर्शों को अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए। भगवान श्रीकृष्ण ने मानव समाज के कल्याण के लिए धर्म के पथ पर चलने का मार्ग बताया है। बच्चे श्रेष्ठ शिक्षा एवं संस्कार हासिल कर राष्ट्र निर्माण में सहभागी बनें। कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि दारासिंह वशिष्ठ ने भगवान श्रीकृष्ण के जन्माष्टमी पर्व के विषय में विस्तार से बताया और कहा कि कर्म बड़ा या छोटा नहीं होता। बस हमारी भूमिका का निर्वहन ईमानदारी से समाज एवं लोक कल्याण के लिए होना चाहिए।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित वैभव विहार शिक्षा समिति अध्यक्ष रायसिंह सेंधव ने महापुरुषों की जीवन गाथा से प्रेरणा लेकर राष्ट्र निर्माण के लिए अपना सहयोग देने की बात कही। श्री सेंधव ने आगे कहा कि भगवान श्रीकृष्ण हम सबको सही जीवन जीने की सीख देते हैं। ऐसे धार्मिक आयोजन से बच्चे अपने धर्म और संस्कृति से जुड़े रहते हैं।
अंत में महाआरती के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ एवं प्रसादी का वितरण किया गया। अतिथियों का स्वागत बालिकाओं ने मंगल तिलक करने के साथ रक्षासूत्र बांधकर किया। प्राचार्य वीएस जॉब एवं रचना सेंधव, पल्लवी भटनागर, शीतल शर्मा, मुकेश पांडे ने स्मृति चिन्ह, पुष्पमाला एवं श्रीफल भेंट कर सम्मान किया।



