बसों के संचालन में गड़बड़ी पर कंपनी भी लगा चुकी है विश्वास ट्रांसपोर्ट पर लाखों पैनल्टी
देवास। नगर निगम देवास के माध्यम से यात्री बसों के टेंडर अमृत योजना के अंतर्गत निकाले गए थे। इनमें शासन की ओर से 40 प्रतिशत तक सब्सिडी का प्रावधान था। नगर निगम ने विश्वास ट्रांसपोर्ट प्रालि के यात्री बसों का टेंडर स्वीकृत कर टेंडर के निर्धारित मार्गों पर संचालन की अनुमति दी थी। इधर मामले में जनवरी माह में लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक अनिल विश्वकर्मा को शिकायत प्राप्त हुई, कि बसों का संचालन नियमानुसार नहीं किया जा रहा है। जांच के बाद लोकायुक्त ने देवास सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लि. के सीईओ, सीओओ तथा विश्वास ट्रांसपोर्ट के डायरेक्टर विजय गोस्वामी एवं प्रणय गोस्वामी पर लोकायुक्त प्रकरण पंजीबद्ध किया है। इधर सूत्रों से ज्ञात हुआ कि देवास सिटी बस कंपनी के पास बसों के लिए दी गई राशि के विरूद्ध दो करोड़ रुपए से अधिक की बैंक गारंटी जमा है। हाल ही में कंपनी ने विश्वास ट्रांसपोर्ट के विरूद्ध बसों का संचालन ठीक से नहीं करने पर लाखों की पैनल्टी भी पिछले माह लगाई थी। बताया जा रहा है कि उज्जैन आरटीओ द्वारा बसों का परमिट नहीं दिए जाने के कारण बस रूट परिवर्तन है के टेंडर में देरी हुई।