देवास। यह संसार में अंधी दौड़ मची हुई है। लोग बिना सोचे समझे दिशाहीन होकर दौड़ रहे हैं, लेकिन हाथ…
सत्य सहजता का दर्पण है, जो जैसा है वैसा ही व्यक्त कर देता है- सद्गुरु मंगल नाम साहेब देवास। सत्य…
देवास। सारा संसार अहंकार और अभिमान से भरा हुआ है। जब तक हम अपनी ओर नहीं लौटोंगे, आपका उजियारा आपको…
देवास। कबीर साहब ने कहा है, कि प्रेम नगर में रहनी हमारी। जहां प्रेम मिलता है वहां पहुंच जाते है,…
अपनी करनी को सुधार लो तो समझो रावण मर गया- सद्गुरु मंगलनाम साहेब अपने अवगुणों को मिटाते नहीं और दूसरों…
माता-पिता और गुरु को दोष देने के बजाय अपने कर्मों को सुधारो- सद्गुरु मंगल नाम साहेब देवास। इस मृत्यु लोक…
शब्दावली महापर्व पर सैकड़ों शब्द पारखियों ने लिया भाग देवास। शब्दावली महापर्व का अर्थ है शब्द ही संसार है। शब्द…
देवास। मेरा तेरा कुछ है नहीं जो कछु है सो तोर। तेरा तुझको सौंपता क्या लागत है मोर। सांसारिक जगत…
देवास। श्वास जब तक चल रही है तो हमारा ध्यान नहीं है। ध्यान जब श्वास पर जाएगा, सब आवरण खत्म…
देवास। गम समान भोजन नहीं, जो करी जाने कोई। गम यानी समझ। जो कोई मानव गम पर आ गया, समझ…