– इंदौर शहर में ग्रीष्मकाल से पहले अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगेंगे
– प्रबंध निदेशक अनूप कुमार सिंह ने की आरडीएसएस की समीक्षा
इंदौर। रिवेम्प्ड डिस्ट्रिब्यूशन सेक्टर स्कीम (आरडीएसएस) ऊर्जा क्षेत्र की महत्वपूर्ण परियोजना है। इसके कार्य हर हाल में समय पर पूर्ण किए जाना चाहिए। तय समय के बाद संबंधित एजेंसी पर पैनल्टी लगाई जाएगी।
इंदौर शहर में इस योजना के तहत अतिरक्त वितरण ट्रांसफार्मर लगाने का कार्य जारी है। जहां भी आवश्यकता है, वहां अगले तीन सप्ताह में अतिरिक्त ट्रांसफार्मर और लगा दिए जाएंगे, ताकि ग्रीष्मकाल प्रारंभ होने से पहले वितरण क्षमता में बढ़ोतरी हो, अतिभारित अवस्था खत्म हो जाए।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक अनूप कुमार सिंह ने ये विचार व्यक्त किए। वे सोमवार को कंपनी क्षेत्र के 15 जिलों में आरडीएसएस के तहत परियोजना से जुड़े कार्य ग्रिड निर्माण, पुराने ग्रिड रिनोवेशन, अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगाने, केबलीकरण, नई 33 केवी लाइन, 11 केवी लाइन, तारों की क्षमता बढ़ाने इत्यादि के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने खंडवा, इंदौर ग्रामीण, इंदौर शहर, धार, आगर, उज्जैन इत्यादि जिलों से संबंधित आरडीएसएस कार्य एजेंसी को समय पर कार्य करने के प्रति चेताया।
अनूप कुमार सिंह ने सभी अधीक्षण यंत्रियों को भी निर्देशित किया कि वित्तीय वर्ष के समापन तक वे प्रतिदिन आरडीएसएस के कार्यों की समीक्षा करे, एजेंसियों (टीकेसी) प्रतिनिधियों से नियमित संवाद करे, उनकी कुछ कठिनाई हो तो समाधान करे, ताकि परियोजना के कार्य समय सीमा में पूर्णता प्राप्त कर सके।
इस अवसर पर मुख्य अभियंता एसएल करवाडिय़ा, अतिरिक्त मुख्य अभियंता एससी वर्मा, शहर अधीक्षण यंत्री मनोज शर्मा, इंदौर ग्रामीण अधीक्षण यंत्री डॉ. डीएन शर्मा अन्य अधिकारियों, एजेंसी के पदाधिकारियों आदि ने प्रमुख रूप से विचार रखें।