• Wed. Aug 13th, 2025

    आपका सफर होगा अब और आरामदायक

    ByNews Desk

    Dec 27, 2023
    Share

    – इंदौर, उज्जैन एवं भोपाल रूट पर चलेंगी वातानुकूलित इलेक्ट्रिक बसें
    – अमृत योजनांतर्गत देवास नगर निगम को मिली ई-बसों के लिए 15 करोड़ की स्वीकृति
    – प्रदूषण से मिलेगी निजात, ई-बसों के संचालन से यात्रियों को होगी सुविधा- महापौर गीता दुर्गेश अग्रवाल
    देवास। आपका इंदौर-भोपाल या उज्जैन के लिए सफर आरामदायक होने वाला है, क्योंकि नगर निगम जल्द ही इन रूटों पर वातानुकूलित इलेक्ट्रिक बसों का संचालन प्रारंभ करने वाला है। करोड़ों की लागत वाली इन बसों के लिए टेंडर प्रक्रिया भी जल्द ही होने वाली है। ई-बसों के प्रारंभ होने से देवास उन चुनिंदा शहरों में शामिल हो जाएगा, जहां ई-बसें संचालित हो रही है। ई-बसों के प्रारंभ होने से प्रदूषण से निजात मिलेगी, साथ ही इन रूटों पर यात्रा करने वाले यात्रियों को भी सुविधा होगी।
    उल्लेखनीय है, कि शासन की अमृत योजनांतर्गत देवास शहर में सूत्र सेवा बसों का संचालन वर्ष 2017 से यात्रियों की सुविधा के लिए हो रहा है। योजना अनुसार 69 अंतर शहरीय एवं शहरीय बसों का संचालन बस संचालक द्वारा नगर पालिक निगम देवास (डीसीटीएसएल) के माध्यम से किया जा रहा है। इन बसों में हजारों मुसाफिर प्रतिदिन यात्रा कर रहे हैं। निगम द्वारा जनता की सुविधा के लिए इंट्रासिटी बसों के संचालन के साथ-साथ देवास से इंदौर, उज्जैन, सोनकच्छ, आष्टा, कन्नौद, खातेगांव, हरदा, पीपलरावां, शाजापुर, शुजालपुर, गुना, ब्यावरा तक बसें संचालित हो रही हैं। अब इनके साथ ही 10 ई-बसें भी चलेंगी। ई-बसों के चलने से ईंधन की बचत होगी और पर्यावरण प्रदूषित भी नहीं होगा।
    औद्योगिक नगरी होने के कारण देवास में प्रदूषण बढ़ने की संभावनाएं बनी रहती है। इसे ध्यान में रखते हुए महापौर गीता दुर्गेश अग्रवाल ने कुछ माह पूर्व बैठक में इलेक्ट्रिक वाहनों में शहर के अंदर ई-रिक्शा एवं शहर के बाहरी मार्गों पर ई-बसों के संचालन को बढ़ावा देने हेतु मार्गदर्शन दिया था। महापौर के निर्देशन में नगरीय प्रशासन एवं विकास संचालनालय को 50 ई-रिक्शा एवं 27 ई-बसों के लिए राशि प्रदाय के लिए प्रस्ताव तैयार कर भेजा गया था। इसके तारतम्य में शासन द्वारा देवास शहर के लिए 10 ई-बसों की स्वीकृति अमृत योजनांतर्गत प्रदाय की गई।

    बसों के लिए 15 करोड़ की लागत-
    योजना में ई-बसें खरीदने के लिए लागत 15 करोड़ रुपए होगी। इसमें शासन की योजनानुसार अधिकतम 40 प्रतिशत राशि (6 करोड़ रुपए) सब्सिडी के रूप में शासन द्वारा प्रदाय की जाएगी। इसमें 10 प्रतिशत निकायांश राशि लगभग 60 लाख रुपए निगम द्वारा वहन की जाएगी। इसके लिए महापौर श्रीमती अग्रवाल ने स्वीकृति प्रदान की है। प्राप्त ई-बसों में से 6 ई-बसों का संचालन देवास-इंदौर मार्ग पर, 2 का देवास-उज्जैन मार्ग पर एवं 2 बसों का संचालन देवास से भोपाल मार्ग पर किया जाएगा।

    ई-वाहनों के संचालन पर दे रहे हैं जोर-
    महापौर गीता दुर्गेश अग्रवाल का कहना है हमारे शहर में उद्योगों की संख्या अधिक होने के कारण वायु प्रदूषण बढ़ने की संभावना बनी रहती है। शहरवासियों की सुविधा और सेहत को ध्यान में रखते हुए ई-वाहनों के संचालन पर जोर दे रहे हैं। हमें शासन से देवास शहर के लिए 10 ई-बसों की स्वीकृति अमृत योजना अंतर्गत प्राप्त हुई है। जल्द ही बस संचालन के लिए आगे की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।

    देवास में विकास के तेजी से बढ़ते कदम-
    विधायक एवं महापौर प्रतिनिधि दुर्गेश अग्रवाल ने बताया देवास में विधायक गायत्री राजे पवार के मार्गदर्शन में तेजी से विकास हो रहा है। ई-बसों का संचालन भी विकास की ओर तेजी से बढ़ते कदम हैं। प्रदेश के बड़े शहर भोपाल, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन एवं सागर के बाद देवास प्रदेश की छठी नगर निगम है, जिसे प्रथम चरण में 10 ई-बसों की स्वीकृति प्राप्त हुई है। यह शहर के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *